कुबेरेश्वर धाम कांवड़ यात्रा से राजधानी की हालत खराब, भोपाल-इंदौर रोड जाम
Kubereshwar Dham: कुबेरेश्वर धाम की कांवड़ यात्रा का असर राजधानी भोपाल से लेकर इंदौर की सड़कों पर नजर आया,राजधानी भोपाल में व्यवस्थाएं ऐसी चरमराईं हैं कि प्रशासन का दम फूल रहा है, जिम्मेदारों का कहना है कि उनसे अनुमति तक नहीं ली गई…
कुबेरेश्वर धाम कांवड़ यात्रा का असर भोपाल पर, सड़क, रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड पर व्यवस्थाएं पस्त..(फोटो सोर्स: पत्रिका)
Kubereshwar Dham Kanwar Yatra: सीहोर के कुबेरेश्वर धाम कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) का असर राजधानी में भी दिख रहा है। रेलवे स्टेशन से लेकर इंदौर रोड तक हर तरफ जाम ही जाम है। भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म 6 तक पहुंचना मुश्किल है। मेट्रो स्टेशन निर्माण की वजह से प्लेटफार्म तक पहुंचना वैसे ही मुश्किल था। अब कुबेरेश्वर धाम (Kubereshwar Dham) जाने और आने वालों की भारी भीड़ के कारण यात्रियों को प्लेटफार्म तक जाने में घंटों लग रहे हैं।
सबसे बड़ी बात यह है कि इतने बड़े आयोजन के लिए कुबेरेश्वर धाम ने रेलवे प्रशासन, जिला प्रशासन और पुलिस को कोई न तो सूचना दी, नहीं ही अनुमति ली। इस वजह से एकाएक उमड़ी भीड़ से रेल प्रबंधन और जिला प्रशासन को हाथ-पांव फूल गए हैं। प्रशासन का अनुमान है कि अगले दो दिन वापस लौटने वाली इस भीड़ का लोड शहर पर बन रह सकता है।
भोपाल-इंदौर रोड दिनभर जाम
कांवड़ यात्रा के चलते भोपाल से सीहोर होकर इंदौर जाने वाला हाईवे बुधवार को पूरा दिन जाम रहा। प्रशासन की तरफ से राजगढ़ से डायवर्ट होकर इंदौर जाने की सलाह दी जा रही थी। जिन्हेंजानकारी नहीं मिली वे ट्रैफिक जाम में फंस गए।
स्टेशन पर बस, टैक्सी वालों का कब्जा
सीहोर के यात्रिओं को लाने-ले जाने के लिए भोपाल रेलवे स्टेशन पर बस और टैक्सी वालों का कब्जा है। अनियंत्रित भीड़ और रेलवे पार्सल की ओर से बनाए गए रास्ते पर घंटों जाम लग रहा है। सडक़ निर्माण से स्थिति और खराब हो गयी है।
Bhopal Railway Station पर श्रद्धालुओं का कब्जा, पैर रखने की जगह नहीं.(फोटो सोर्स: patrika)
स्वयं सेवक भी नहीं
देशभर से पहुंच रही भीड़ के प्रबंधन और उन्हें आवश्यक जानकारी देने के लिए पं. प्रदीप मिश्र की तरफ से कोई स्वंय सेवक भी तैनात नहीं किए गए हैं। लोगों को सही जानकारी तक नहीं मिली।
श्रद्धालुओं की मौत के लिए मिश्रा खुद जिम्मेदार
भगवान चित्रगुप्त पर अभद्र टिप्पणी से समाज में आक्रोश है। सीहोर में हुई मौतों के लिए वे सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। वेदआशीष श्रीवास्तव, राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष अभा कायस्थ महासभा
आखिर किसकी जिम्मेदारी?
पं. प्रदीप मिश्रा के रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान भी सीहोर में भगदड़ की स्थिति बनी थी। आखिर इसकी जिम्मेदारी किसकी है। श्रीकांत शर्मा, मुखिया श्रीजी मंदिर लखेरापुरा
अव्यवस्थाओं से उखड़ीं प्रशासन की सांसें
हमें नहीं दी गई सूचना
इस आयोजन की अनुमति सिहोर कलेक्टर से ली गई लेकिन सूचना हमें नहीं दी गई, 15 अगस्त की तैयारियों के साथ भीड़ नियंत्रित करने प्रयास कर रहे हैं। अवैध परिवहन से अव्यवस्था पर पुलिस कार्रवाई करेगी। इस पर हम पुलिस प्रशासन से चर्चा करेंगे।
–कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर
क्राउड मैनेजमेंट कर रहे
कांवड़ यात्रा के कारण ट्रेनें ओवर लोड हो रही हैं। भोपाल, बैरागढ़ स्टेशनों पर आरपीएफ, जीआरपी का अतिरिक्त बल लगाकर क्राउड मैनेजमेंट कर रहे हैं। कार्यक्रम की कोई सूचना पहले से नहीं दी गई थी।
–पंकज त्यागी, डीआरएम, भोपाल
भोपाल पुलिस से नहीं ली गई अनुमति
कुबेरेश्वर धाम के आयोजन को लेकर भोपाल पुलिस प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई। न ही कोई पूर्व सूचना दी गयी। भीड़ का प्रबंधन किया जा रहा है, ताकि किसी प्रकार की परेशानी न हो।
–हरिनारायणाचारी मिश्र, पुलिस कमिश्नर भोपाल
Hindi News / Bhopal / कुबेरेश्वर धाम कांवड़ यात्रा से राजधानी की हालत खराब, भोपाल-इंदौर रोड जाम