प्रदेश में नहीं है नए कोच बनाने की यूनिट
मध्यप्रदेश के पास रेल कोच बनाने की कोई भी यूनिट नहीं है। केवल भोपाल पुनर्निमाण कारखाना है। भोपाल के निशातपुरा का पुनर्निमाण कारखाना 1989 में स्थापित किया था। यहां पुराने कोचों का पुनर्निर्माण किया जाता है, ताकि वे 10 से 12 साल तक और चल सकेंगे। हालांकि पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर के पास दो भोपाल के अलावा एक पुनर्निर्माण कारखाना कोटा में भी है।
आधारशिला 10 अगस्त को
रेल कोच कारखाना की आधारशिला 10 अगस्त को रखी जाएगी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह औबेदुल्लागंज के दशहरा मैदान में इस दिन शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव व केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल होंगे। जबकि रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगे।
पूरे प्रदेश के युवाओं को मिलेगा रोजगार: सीएम
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शिलान्यास कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर गुरुवार को समीक्षा की। मीडिया से बातचीत में कहा कि यह कारखाना भोपाल ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के लिए रोजगार की सौगात लेकर आ रहा है। 1500 युवाओं को रोजगार मिलेगा। आर्थिक गतिविधियां गति पकड़ेंगी। उन्होंने कहा, प्रदेश देश के मध्य में है। यहां से हर कोने में आसानी से कोई भी सामग्री भेजी जा सकती है। लगभग चारों कोने तक पहुंचना आसान है। रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर भी पहले से बेहतर हो चुका है। तीसरी रेल लाइन का काम तेजी से चल रही है।
ये होंगे शामिल
रक्षा उत्पाद सचिव संजीव कुमार, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार, भारत अर्थ मूवर्स परियोजना के अध्यक्ष शांतनु राय शामिल होंगे। इस अवसर पर भारत अर्थ मूवर्स परियोजना पर केंद्रित लघु फिल्म, प्रस्तावित प्लांट और नए संयंत्रों के मॉडल प्रदर्शित किए जाएंगे। इस कार्यक्रम में देशभर से करीब 10 हजार प्रतिभागी शामिल होंगे।