प्रदेश के 500 कालेजों में बीबीए और बीसीए कोर्स चल रहे हैं। इसमें से करीब 250 कालेजों ने फीस निर्धारण का प्रस्ताव फीस कमेटी को भेजा है। ये कॉलेज पहली बार अपनी फीस निर्धारित करा रहे हैं। इनमें से करीब 150 कालेजों ने पिछले साल की बैलेंस शीट फीस कमेटी को नहीं भेजी थी। इनके यहां की फीस का फैसला नहीं हुआ है।
बीएड की फीस 32 से 45 हजार
प्रवेश और फीस विनियामक समिति ने बीएड की न्यूनतम फीस 32 हजार और अधिकतम फीस 45 हजार रुपए और एलएलबी और बीएएलएलबी की न्यूनतम फीस 23 हजार और अधिकतम फीस 30 हजार रुपए सालाना निर्धारित की है। एलएलएम की न्यूनतम फीस 28 हजार 500 और अधिकतम 45 हजार रुपये सालाना तय की गई है। डॉ. देव आनंद हिंडोलिया, ओएसडी, फीस कमेटी का कहना है कि सभी बीएड कॉलेजों की फीस तय हो चुकी है। 75 प्रतिशत इंजीनियरिंग कॉलेजों की फीस भी तय हो चुकी है। करीब 50 इंजीनियरिंग कॉलेज बचे हैं, जिनकी फीस तय नहीं हुई है। इन्होंने बैलेंस शीट पेश नहीं किया। इसलिए देरी हो रही है। करीब 250 बीबीए और बीसीए कोर्स की फीस तय करने के लिए फिर बैठक होगी।
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● बीटेक/बीई-40 से 67 हजार ● एमबीए-40 से 67 हजार ● एमटेक-62 हजार
● बीएड-32 से 45 हजार ● एलएलबी/बीएएलएलबी 23 से 30 हजार ● एलएलएम-28500 से 45०००
50 कालेजों की फीस तय नहीं
अब भी 50 इंजीनियरिंग कॉलेजों ने अपनी बैलेंस शीट नहीं दी। इससे फीस निर्धारण प्रक्रिया में देरी हो रही है। बैलेंस शीट न देने वाले कॉलेजों पर सख्ती होगी। और पुराने डेटा के आधार पर ही उनकी फीस तय होगी। प्रवेश एवं फीस विनियामक समिति को राज्य के 1200 कालेजों की आगामी तीन सत्र 2025-26, 2026-27 और 2027-28 की फीस निर्धारित कराना है। अभी तक करीब 250 इंजीनियरिंग कॉलेज लगभग 103 बीएड और एलएलबी कॉलेजों की फीस तय की जा चुकी है। जिन कॉलेजों ने अपनी बैलेंस शीट जमा नहीं की है उनकी फीस निर्धारित नहीं की जाएगी। वे काउंसलिंग में भी शामिल नहीं हो पाएंगे यहां प्रवेश भी नहीं मिलेगा।