विधायक मुकेश मल्होत्रा ने सुप्रीम कोर्ट में रीबॉक पिटीशन दायर की थी। मंगलवार को कोर्ट ने करीब आधा घंटे की सुनवाई के बाद इसे खारिज कर दिया। प्रकाशन संबंधी एक आवेदन को सुनवाई में शामिल किया गया। कांग्रेस विधायक मुकेश मल्होत्रा ने सुप्रीम कोर्ट में अपील करते हुए कहा था कि पूर्व मंत्री रामनिवास रावत की हाईकोर्ट में दायर याचिका तकनीकी कारणों से सुनने योग्य नहीं है।
पूर्व वन मंत्री ने मुकेश मल्होत्रा के खिलाफ चुनाव लड़ा था
पूर्व वन मंत्री ने बीजेपी प्रत्याशी के रूप में मुकेश मल्होत्रा के खिलाफ चुनाव लड़ा था। हार के बाद उन्होंने हाईकोर्ट में चुनाव शून्य घोषित करने की याचिका दायर की। पूर्व मंत्री रामनिवास रावत ने याचिका में मुकेश मल्होत्रा पर चुनावी हलफनामे में गलत जानकारी देने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि विधायक मुकेश मल्होत्रा ने 6 माह की जेल की सजा सहित अनेक आपराधिक मामलों की जानकारी छिपाई। मुकेश मल्होत्रा का चुनाव शून्य घोषित करने वाली याचिका हाईकोर्ट में विचाराधीन है। 28 जुलाई को इस पर ग्वालियर हाईकोर्ट में अहम सुनवाई होगी। इस बीच कांग्रेस विधायक मुकेश मल्होत्रा ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की। उनके सभी आवेदनों पर कई दिनों से सुनवाई चल रही थी। 3 दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने विधायक मुकेश मल्होत्रा की याचिका खारिज कर दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी प्रत्याशी रामनिवास रावत की याचिका तकनीकी कारणों से सुनने योग्य नहीं है।
ग्वालियर बंगले पर विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की
कोर्ट के इस फैसले के बाद मुकेश मल्होत्रा की मुश्किलें बढ़ गईं । रीबॉक पिटीशन खारिज होने पर उनकी विधायकी पर संकट बढ़ा है। इसी गहमागहमी के बीच विधायक मुकेश मल्होत्रा विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से मिलने पहुंच गए। उन्होंने ग्वालियर बंगले पर विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की। हालांकि दोनों नेताओं की बातचीत का ब्यौरा नहीं मिल सका है। विधान सभाध्यक्ष से कांग्रेस विधायक की मुलाकात पर प्रदेश में भी राजनैतिक सरगर्मी तेज हो गई है।