बैठक में चर्चा हुई कि प्रदेश में अराजकता का माहौल है। आदिवासियों, दलितों के साथ अन्याय हो रहा है। ओबीसी वर्ग को 27त्न आरक्षण देने का कानून बनने के बाद भी लाभ नहीं मिल पा रहा। महिला, युवा, किसानों सहित अन्य वर्ग से किए वादे पूरे नहीं हो पा रहे।
आवाज दबाने की कोशिश
सिंघार ने कहा कि भ्रष्टाचार चरम पर है। घोटालों की फेहरिस्त बढ़ रही है, लेकिन सरकार कार्रवाई करने के बजाय विपक्ष की आवाज दबाने, फर्जी मुकदमे लादने की कोशिश में लगी है। बैठक में सीडब्ल्यूसी सदस्य कमलेश्वर पटेल, उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे, विधायक डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंह, फूलसिंह बरैया, भवरसिंह शेखावत, सचिन यादव सहित अन्य विधायक मौजूद रहे।
घेराबंदी से बचने एमपी भाजपा का मंथन कल, सीएम करेंगे वन टू वन बात
‘जिनकी आंखों में तिनका है, वे दुनिया को गंदा देख रहे हैं। इसका कुछ नहीं हो सकता।’ सीएम डॉ. मोहन यादव ने यह बात कही। वे नाम लिए बिना कांग्रेस पर तंज कस रहे थे। असल में विधानसभा सचिवालय ने सत्र के दौरान परिसर में नारेबाजी पर रोक लगाई है। इसका कांग्रेस ने विरोध किया है। प्रतिक्रिया में सीएम ने जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन जैसी… चौपाई सुनाकर जवाब दिया कि अध्यक्ष के पास यह अधिकार है, उन्होंने जो किया, वह हमेशा की प्रक्रिया है। भाजपा (MP BJP) विधायक दल की बैठक मंगलवार को सीएम हाउस में होगी। इसमें सीएम डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, संगठन पदाधिकारी समेत मंत्री, विधायक शामिल होंगे। बैठक में कांग्रेस के आरोपों का आक्रामक जवाब देने व अपनों की घेराबंदी से बचने की रणनीति बनेगी। हालांकि सत्ता-संगठन की ओर से पहले ही विधायकों को संकेत दे दिए गए हैं कि सदन के अंदर अपनी ही सरकार को घेरने जैसी स्थिति से बचें। सूत्रों के मुताबिक उन विधायकों से सत्ता-संगठन के पदाधिकारी बात कर सकते हैं, जिन्होंने तीखे सवाल पूछे हैं। उन्हें सवालों से जुड़ी वस्तुस्थिति बताई जाएगी। उधर, सीएम की ओर से पहली बार प्रदेश पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों को बुधवार को भोज पर बुलाया गया है।