कृषि अभियांत्रिकी विभाग के संचालक ने बताया कि कस्टम हायरिंग सेंटर योजना का लाभ दिलाने के नाम पर किसानों से ठगी की जा रही है। सायबर ठग स्वयं का विभागीय अधिकारी के रूप में परिचय देकर किसानों को चूना लगा रहे हैं। ऐसे कई प्रकरण सामने आ रहे हैं।
यह भी पढ़ें : कांग्रेसियों में जोश जगा गए राहुल गांधी, 7 प्वाइंट में समझें-क्या रही उपलब्धि और कहां हुई चूक संचालक का कहना है कि कृषक हितग्राही योजनाओं के अंतर्गत कस्टम हायरिंग योजना की प्रक्रिया पूर्णत: पारदर्शी है। इस प्रक्रिया में किसी भी किसान हितग्राही से योजना संबंधी संपर्क नहीं किया जाता है।
सोशल मीडिया से प्राप्त होने वाले कॉल न उठाएं
कृषि अभियांत्रिकी विभाग ने किसान हितग्राहियों से वे अनजान नंबरों से आने वाले कॉल, वॉट्सऐप कॉल, वीडियो कॉल या अन्य सोशल मीडिया से प्राप्त होने वाले कॉल न उठाएं। इसके साथ ही मुख्यत: 07056847570, 07088438459, 0756847570, 9520711020 आदि नबंरों से आए कॉल तो बिल्कुल भी न उठाएं। कोई सायबर अपराध घटित होने पर अपने नजदीकी पुलिस थाने में cybercrime.gov.in या Cyber Crime Help Line (Toll Free) नम्बर 1930 पर उसकी शिकायत अवश्य करें। अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने किसानों से कहा है कि अनजान व्यक्तियों पर विश्वास न करें, उनसे किसी भी प्रकार की सूचना या व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें। हो सकता है वह आपकी जानकारी अन्य माध्यम से प्राप्त कर आपको परेशान करे। यदि कोई व्यक्ति स्वयं को कृषि विभाग का अधिकारी बताकर या उनके नाम का उल्लेख कर बात करे तो एकदम से भरोसा न करें।
कस्टम हायरिंग योजना
बता दें कि कस्टम हायरिंग योजना का उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि यंत्र जैसे ट्रैक्टर तथा अन्य सुविधाएं किराए पर उपलब्ध कराना है।