रेल कोच परियोजना में 5 हजार से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना से औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप और मेट्रोपोलिटन सिटी के रूप में विकसित हो रहे भोपाल भी खासा लाभान्वित होगा।
ब्रह्मा परियोजना भारत अर्थ मूवर्स का प्रोजेक्ट
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि रायसेन जिले के भोपाल की सीमा से सटे ग्राम उमरिया में ब्रह्मा परियोजना (बीईएमएल रेल हब फॉर मैन्युफैक्चरिंग) भारत अर्थ मूवर्स का प्रोजेक्ट है। 60 हेक्टेयर जमीन पर 1800 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाली इस परियोजना से राजधानी भोपाल सहित रायसेन, सीहोर और विदिशा आदि जिलों को लाभ होगा। ‘ब्रह्मा’ परियोजना पूरी तरह ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के उद्देश्यों के अनुरूप कार्य करेगी। संयंत्र में उपयोग होने वाली अधिकांश तकनीक और सामग्री देश में विकसित व निर्मित की जाएगी। यह परियोजना प्रदेश को रक्षा निर्माण के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
उत्पादन क्षमता 5 साल में बढ़कर 1100 कोच प्रतिवर्ष
प्रस्तावित रेल कोच परियोजना में प्रारंभिक उत्पादन क्षमता 125 से 200 कोच प्रतिवर्ष की होगी। 5 साल में यह बढ़कर 1100 कोच प्रतिवर्ष हो जाएगी। रेल कोच की उत्पादन क्षमता को क्रमश: बढ़ाया जाएगा। सीएम मोहन यादव के मुताबिक, यहां विकसित होने वाली तकनीकी क्षमताएं प्रदेश को हाई-स्पीड रेल और मेट्रो निर्माण के वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाएंगी।