भारत को विश्व शक्ति बनने से रोकना चाहते कई देश देवनानी ने कहा कि भारत की आर्थिक प्रगति से परेशान कई विकसित राष्ट्र नहीं चाहते कि भारत विश्व शक्ति बने। उन्होंने सीधे शब्दों में कहा आज विश्व के साथ-साथ हमारी आंतरिक ताकतें भी संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने में जुटी हैं। यह दोहरी मार है और चुनौती से निपटने के लिए देशवासियों को एकजुट होना होगा।देवनानी ने देशवासियों से आह्वान किया कि दैनिक जीवन से लेकर घर तक, विदेशी वस्तुओं का उपयोग बंद करने का संकल्प लें। अगर भारतवासी स्वदेशी अपनाएं, तो अमरीका 100 प्रतिशत टैरिफ भी लगा दें, भारत को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
विधानसभा का मानसून सत्र 1 से देवनानी ने कहा कि विधानसभा का मानसून सत्र 1 सितंबर से शुरू होगा। सत्र की अवधि बीएफसी मीटिंग और कमेटी तय करेगी, लेकिन संभावना है कि यह छोटा होगा। सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें सभी दलों से आग्रह किया जाएगा कि सदन का संचालन शांतिपूर्वक हो और जनहित के मुद्दों पर गंभीर चर्चा हो।इस दौरान सत्र में “कोचिंग इंस्टिट्यूट” से संबंधित बिल पेश होगा। इस बिल का मकसद छात्रों के मानसिक दबाव, फीस नियंत्रण, पारदर्शिता और शिक्षा की गुणवत्ता को सुनिश्चित करना है।