पुलिस के अनुसार मेजा बांध की पाल से 7 से 8 किलोमीटर दूर पीथास व धोड़ास के बीच के हिस्से में जिसे ग्रामीण बनी बोलते है। वहां बजरी अच्छी मात्रा में पाई जाती है, वहां बजरी अवैध दोहन की सूचना मिलने पर डीएसटी टीम शनिवार रात को मौके पर पहुंची। मौके पर बड़ी संख्या में वाहनों के माध्यम से डंपर व ट्रैक्टर-ट्रॉली में बजरी भरी जा रही थी। पुलिस ने मौके से तीन एलएनटी, चार डंपर, एक जेसीबी तथा चार ट्रैक्टर ट्रॉली यानी कुल 12 वाहनों को जब्त किए हैं। जबकि पुलिस को देखकर मौके से दो डंपर व दो ट्रैक्टर ट्रॉली को बजरी माफिया भगाकर ले गया। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इसलिए करनी पड़ी कार्रवाई गत दिनोें सहाड़ा विधायक लादूलाल पितलिया ने अवैध खनन को लेकर जनता के साथ धरने पर बैठने की धमकी दी थी। पुलिस-प्रशासन से लेकर राज्य सरकार तक खलबली मच गई थी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा से फीडबैक लिया। मेवाड़ा ने रायपुर क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर उपजे जन आक्रोश की जानकारी दी। सीएम ने जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधू को अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए। इसके चलते रायपुर में खनन पट्टाधारी अभिषेक चौधरी पर 3.15 करोड़ की पेनल्टी नोटिस जारी किया।
लगातार मिल रही थी शिकायत मेजा बांध के पेटा कास्त से बजरी का अवैध खनन होने की शिकायत लगातार पुलिस को मिल रही थी। ग्रामीणों का कहना है कि दो दिन पहले भी पुलिस की टीम कार्रवाई के लिए आई थी, लेकिन जनप्रतिनिधि का फोन आने पर वह बिना कार्रवाई के ही लौट गई थी। शनिवार दोपहर को फिर सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने तुरंत टीम भेजी तो मौके पर बड़ी संख्या में वाहनों के माध्यम से बजरी का अवैध दोहन हो रहा था। पुलिस ने जो वाहन जब्त किए है वे जनप्रतिनिधि के रिश्तेदार के बताए जा रहे हैं। मौके पर डिप्टी मेघा गोयल समेत तीनों थाने की पुलिस भी मौजूद थी।