हत्या की गुत्थी सुलझाने के दौरान पुलिस को इस गिरोह का पता चला। 150 सीसीटीवी कैमरा और 1500 मोबाइल नंबरों को खंगालने के बाद गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूटी गई सामग्री, घटना में प्रयुक्त हथियार एवं स्कार्पियों वाहन जब्त किया है।
लम्बे समय से ग्रामीण क्षेत्रों में राहगीरों से करते थे लूटपाट ग्रामीण एएसपी अभिषेक झा ने बताया यह गैंग किराए की गाड़ी लेकर ग्रामीण इलाके की सूनसान इलाकों के चिन्हित कर वहां से गुजरने वालों के साथ लूट की वारदात को अंजाम देते थे। इस गिरोह के सदस्य कुम्हारी, खुर्सीपार और छावनी थाना क्षेत्र के थे। इस गैंग में शामिल लोकेश सारथी उर्फ भांचा (19 वर्ष), राजकिशोर वैष्णव उर्फ छोटू (20 वर्ष), उमेश टण्डन (19 वर्ष), निखिल ठाकुर उर्फ विक्की चौधरी और एक अपचारी बालक गिरफ्तार कर लिया। वहीं मुख्य सरगना समेत दो फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
ऐसे पकड़ में आए आरोपी एसएसपी विजय अग्रवाल की निर्देश पर एसीसीयू की टीम को आरोपियों की खोजबीन शुरू की। एएसपी ने बताया कि मर्णाशन कथन के बाद घटना स्थल के आस पास लगे 150 सीसीटीवी कैमरे और उस एरिया का टावर डंप लोकेशन लेकर करीब 1500 मोबाइल नम्बर को ट्रेस किया गया। तब लूटपाट करने वाले गिरोह तक पुलिस पहुंच सकी। आरोपी लोकेश सारथी, महाराजा देवार, राजकिशोर, आकाश उर्फ हड्डी का पूर्व अपराधिक रिकार्ड है। इस लिए इस गैंग की हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी।
युवक की हत्या के बाद पुलिस की नींद खुली पुलिस ने बताया कि जंजगिरी से उतई थाना अंतर्गत चंद्राकर बाड़ी में रोजी मजदूरी करने वाला किशोर यादव अपनी परिवार के साथ रहता था। 3 जुलाई की रात करीब 9 बजे उसका बेटा राजकुमार यादव (20 वर्ष) स्कूटर में सवार हो कर डूंडेरा से वापस घर आ रहा था। डूंडेरा और मोरिद के पास इस गैंग ने उसे रोक लिया। पैसे की मांग की। नहीं देने पर उसके पास से नकद और मोबाइल लूट लिया। उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। इस वारदात ने पुलिस की नींद उड़ा दी। पुलिस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में जुट गई।