Tiger Attack: रेंजर देवेंद्र के शव पर 20 मिनट तक बैठा रहा टाइगर, पिता की जगह जॉइन की थी नौकरी
Ranger Devendra Dead: सवाई माधोपुर के रणथंभौर में टाइगर ने एक रेंजर को मार डाला। मृतक रेंजर देवेंद्र सिंह क्षेत्र के निकटवर्ती गांव नरायना कटता का रहने वाला था।
डीग। सवाई माधोपुर के रणथंभौर में रविवार को टाइगर ने एक रेंजर को मार डाला। मृतक रेंजर देवेंद्र सिंह क्षेत्र के निकटवर्ती गांव नरायना कटता का रहने वाला था। हादसे में बाघ ने रणथंभौर के टाइगर रिजर्व के जोन नंबर-3 में रेंजर की गर्दन पर दांतों और नाखून से हमला किया। टाइगर 20 मिनट तक रेंजर के शव पर बैठा रहा।
जानकारी के अनुसार रेंजर देवेंद्र रविवार को रणथंभौर के जोगी महल में यज्ञशाला के पास ट्रैकिंग कर रहे थे। इस दौरान छोटी छतरी के पास टाइगर ने उस पर हमला कर दिया। हमले में देवेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई।
पीछे छोड़ गया पत्नी के साथ दो मासूम बच्चे
देवेंद्र दो बहनों के बीच इकलौता भाई था। देवेंद्र की शादी करीब 5 साल पहले कुहेर के गांव चक पपरेरा निवासी पारुल से हुई थी। देवेंद्र अपने पीछे परिवार में करीब 56 वर्षीय बूढ़ी मां गंगा देवी और पत्नी के साथ 4 साल की बेटी भूमि और डेढ़ साल का इकलौता बेटा निशांत को छोड़ गया। घटना की सूचना के बाद से ही पूरा गांव मातम में है।
डीग के निकटवर्ती गांव नरायना कटता निवासी देवेंद्र अपने पिता जगदीश की इकलौती संतान थे। देवेंद्र ने अपने पिता की मृत्यु के बाद उनकी जगह करीब 8 साल पहले वनपाल के पद पर नौकरी जॉइन की थी। हाल ही में उनका रेंजर के पद पर प्रमोशन हुआ था। घटना की सूचना मिलने पर परिजन सवाई माधोपुर के लिए रवाना हो गए। इधर देवेंद्र की मौत की खबर के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा है। गांव में जगह-जगह घरों के आगे बैठकर बस एक ही चर्चा कर रहें हैं कि आखिर यह सब कैसे हुआ?