राजस्थान में जारी किए गए दिशा-निर्देश
स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश के बाद निदेशक (जन स्वास्थ्य) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं जयपुर ने सभी प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक मेडिकल कॉलेज तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को श्वसन रोग/कोविड-19 के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों में रोगों के संबंध में अस्पतालों में मॉकड्रिल एवं तैयारियों की समीक्षा करने की बात कही है।सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और स्वास्थ्य अधिकारियों को लिखे पत्र
केन्द्र स्तर से सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और स्वास्थ्य अधिकारियों को लिखे पत्र में कहा है कि वर्तमान में देशभर में 1621 से ज्यादा सक्रिय कोविड-19 के मामले हैं। इनमें से ज्यादातर मामले केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों से हैं। वर्तमान में जो ओमिक्रॉन वेरिएंट सक्रिय हैं, उनमें जेएन-1, एक्सएफजी और एलएफ-7-9 शामिल हैं। ये वेरिएंट सामान्यत: बुखार, खांसी और गले में खराश जैसे हल्के लक्षण वाले हैं, जो कुछ ही दिनों में स्वत: ठीक हो जाते हैं। केन्द्र सरकार ने दोहराया है कि यह कोई घबराने की स्थिति नहीं है, बल्कि समय रहते तैयारी और सावधानी बरतना जरूरी है।यह जारी किए निर्देश
1- अस्पतालों में तैयारियों की समीक्षा की जाए। विशेषकर ऑक्सीजन, दवाएं, पीपीई किट, आइसोलेशन बेड और आईसीयू की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश हैं।2- एसएआरआई (गंभीर श्वसन संक्रमण) और आईएलआई (इन्लुएंजा जैसी बीमारी) मामलों की सैंपलिंग की जाए।
3- पॉजिटिव पाए गए मामलों के नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए क्षेत्रीय लैब्स में भेजे जाएं।
4- जिलों में ट्रेंड पर नजर रखने के लिए आईडीएसपी के तहत निगरानी यूनिट सक्रिय रहें।
5- कोविड से जुड़ा हर डेटा नियमित रूप से आईएचआईपी पोर्टल पर अपलोड किया जाए।
आमजन से यह आह्वान
1- आमजन में हाथ धोने, खांसी-छीक के शिष्टाचार और सार्वजनिक जगहों पर थूकने से परहेज जैसी स्वच्छता आदतों को बढ़ावा दिया जाए।2- बुजुर्गों, पहले से बीमार लोगों और कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों को भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचने की सलाह दी जाए।