मंदिर और किलों को लेकर जारी होगी नई रिपोर्ट
माना जा रहा है कि टीम द्वारा संकलित जानकारी के आधार पर जल्द चंडी दरबार और किलों को लेकर नई घोषणा या रिपोर्ट जारी हो सकती है। ग्राम पंचायत गोधना के सरपंच संतोष चिक्का टेकाम ने बताया कि एएसआई की टीम का आना हमारे लिए बहुत बड़ी बात है। इससे हम सबको उम्मीद है कि मां चंडी दरबार और यहां के किले राष्ट्रीय धरोहर घोषित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे पहले भी इस स्थल को लेकर विभिन्न स्तरों पर मांग उठ चुकी है। आयोग ने लिया था संज्ञान
राष्ट्रीय अजा आयोग ने संज्ञान लेते हुए इस स्थान के संरक्षण और पुरातात्विक महत्व की जांच की अनुशंसा की थी। तहसीलदार की रिपोर्ट में भी मां चंडी दरबार को ऐतिहासिक महत्व का स्थल बताया है। रिपोर्ट में उल्लेख है 1916-17 से ही यह स्थल राजस्व अभिलेखों में मंदिर व पूजास्थल के रूप में दर्ज है। गोधना के मां चंडी दरबार क्षेत्र को लेकर आदिवासी समाज सहित अन्य समाजों की मांग है क्षेत्र को सार्वजनिक घोषित किया जाए।
जांच दल में शामिल अधिकारी
जांच दल में सुपरिटेंडिंग ऑफिसर डॉ. मनोज कुमार कुर्मी, डिप्टी सुपरिटेंडिंग डॉ. मोहन चंद्र जोशी, सर्वेयर नितिन श्रीवास्तव और ड्राफ्ट्समैन के. के. रॉय उपस्थित रहे।