नगर पालिका की प्रस्तावित योजना के अनुसार, आसपास के पांच प्रमुख क्षेत्रों को जल्द नगर पालिका सीमा में जोड़ा जा सकता है। हाल ही में हुई नगरपालिका परिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को पास भी कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम न केवल जनहित में है, बल्कि इससे प्रशासनिक कार्यक्षमता और विकास की रफ्तार भी बढ़ेगी। (MP News)
सभी परिस्थितियों का रखा जा रहा ध्यान
अधिकारियों का कहना है कि यह निर्णय पूरी तरह से जनहित, शासनहित और भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लिया जा रहा है। नगरपालिका परिषद ने भी शहर की सीमा वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके बाद अगले चरण में सर्वेक्षण, जनमत और आवश्यक प्रशासनिक कार्यवाही पूरी की जाएगी। प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद ये पांचों क्षेत्र आधिकारिक रूप से नगर पालिका का हिस्सा बन जाएंगे।
हो रही राजस्व की हानि
बीते दस साल में बैतूल शहर का तेजी से विस्तार हुआ है। शहर का आबादी क्षेत्र बड़ोरा, गउठाना, सोनाघाटी, सोनाहिल कॉलोनी तक पहुंच गया है। एक तरह से देखा जाए तो ग्रामीण क्षेत्र और शहर आपस में मिल गए हैं, लेकिन इसका लाभ बैतूल नगरपालिका को नहीं मिल रहा है। यदि यह क्षेत्र नगरपालिका सीमा में आ जाते हैं तो नगरपालिका की आय में वृद्धि होगी। (MP News) वहीं नपा को निगम का दर्जा भी मिल सकता है। इससे शासन से मिलने वाली वित्तीय मदद में भी वृद्धि होगी। अधिकारियों के अनुसार, इन क्षेत्रों को शामिल करने का मुख्य उद्देश्य वहां के नागरिकों को शहरी सुविधाओं से सीधे जोड़ना, निकाय के राजस्व में वृद्धि करना और पंचायतों के विकास कार्यों में भी गति लाना है।
बैतूल का विस्तार तेजी से हो रहा
नपा सीएमओ सतीष मटसेनिया ने बताया कि भौगोलिक दृष्टि से बैतूल का विस्तार तेजी से हो रहा है। शहर ग्राम पंचायतों की सीमा तक पहुंच गया है। इसे देखते हुए ही नगरपालिका ने सीमा वृद्धि का प्रस्ताव लिया है। परिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी भी प्रदान कर दी गई है। सीमा वृद्धि होने से बैतूल नगरपालिका के राजस्व में वृद्धि होगी। (municipality boundary expansion) शामिल होने वाले प्रस्तावित क्षेत्र
- सोनाहिल कॉलोनी- वर्तमान में मरामझिरी पंचायत के अंतर्गत आने वाली सोनाहिल कॉलोनी का सम्पूर्ण क्षेत्र शामिल किया जाएगा।
- खकरा जामठी- टेमनी पंचायत का सम्पूर्ण क्षेत्र शामिल होगा।
- गउठाना- मरामझिरी पंचायत के अंतर्गत आने वाला सम्पूर्ण क्षेत्र।
- सोनाघाटी शिव मंदिर तक का इलाका वर्तमान में मरामझिरी पंचायत के अधिकार क्षेत्र में।
- ग्राम पंचायत बडोरा का द्वारका नगर आठनेर रोड पर सापना नदी की पुलिया तक और बैतूल बाजार रोड पर जानी ढाबा पेट्रोल पंप तक।
सीमा वृद्धि से लाभ और संभावित असर
- ग्राम पंचायतों की मूल संरचना में कोई बदलाव नहीं होगा, केवल जनसंख्या में परिवर्तन होगा।
- पंचायत स्तर पर विकास कार्यों के लिए पर्याप्त जनसंख्या होगी।
- नगरीय निकाय के राजस्व में वृद्धि होगी।
- नागरिकों को सडक, बिजली, जलापूर्ति, सीवरेज, सफाई, स्ट्रीट लाइट और अन्य शहरी सुविधाएं समय पर मिलेंगी।
- शहर से सटे क्षेत्रों का विकास, उनकी भौगोलिक और आर्थिक स्थिति के अनुरूप किया जा सकेगा।
सीमा वृद्धि से यह होगा फायदा
- सीमा विस्तार से बदल जाएगी तस्वीर
- शहर में आएंगे 5 नए क्षेत्र
- पंचायतों का राजस्व प्रभावित नहीं होगा
- नगर पालिका को मिलेगा अधिक टैक्स और शुल्क से आय
- नागरिकों को बेहतर शहरी सुविधाएं
- विकास कार्यों की रफ्तार बढ़ेगी