खारा ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं की यात्रा में पाकिस्तान के नारे लगे। उन्होंने कहा कि महापुरुषों की छतरियों का पुननिर्माण शुरू हुआ तो युवा आ गए और पत्थरबाजी शुरू हो गई। उस वक्त धमकियां मिली। खूब समझाइश हुई, लेकिन वह माने नहीं। आज हरीश चौधरी मोहब्बत की दुकान लगाने गए थे। यहां महंत प्रतापपुरी के थप्पड़ मारने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रतापपुरी अकेले नहीं है। उनके लाखों भक्त है। सामने आकर तो देखो। जातिवाद, हिंदूत्व पर चोट करने वाले लोग मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं।
गाने गए रामधुन, गाई रहमान धुन
रामधुन गाने गए, गाने वाले थे राहुल धुन और लेकिन रहमान धुन गाकर आए। जैसलमेर के महारावल की 25 हजार जमीन अतिक्रमण कर बैठे हैँ, उन्होंने कई बार शांतिप्रिय वार्ता की। अगर किसी को मोहब्बत सिखनी है तो उनसे सीखिए। जमीन पर जो अतिक्रमण है, उसे अतिक्रमण मुक्त करवाने के लिए हम कानून का सहारा लेंगे।
वीडियो एडिट किया
विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि लोग थार की अपणायत और मोहब्बत का पैगाम लेकर जैसलमेर के बासनपीर जा रहे थे जिस जगह पुलिस और प्रशासन ने हमे रोका वहां हुई नारेबाजी को कुछ असामाजिक तत्वों ने सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने के लिए एक सोची समझी साजिश के तहत वीडियो को एडिट कर उसको सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल किया,यह कृत्य्र समाज, क्षेत्र के लिए घातक है। उच्चाधिकारियों से वार्ता कर दोषियों एवं साजिश में शामिल लोगो के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की।
काफिले को बाड़मेर की सरहद में ही रोका
जैसलमेर के बासनपीर में छतरी विवाद को लेकर शनिवार को प्रस्तावित रामधुन संकीर्तन कार्यक्रम के लिए रवाना हुए मध्यप्रदेश के कांग्रेस प्रभारी एवं बायतु विधायक हरीश चौधरी के काफिले को जैसलमेर की सीमा में प्रवेश ही नहीं करने दिया गया। भारी पुलिस जाब्ते ने नाकाबंदी कर बाड़मेर जिले की सीमा पर ही कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोक दिया। काफी देर तक पुलिस और चौधरी के बीच में बहस और तर्क-वितर्क हुए लेकिन पुलिस नहीं मानी। इसके बाद वहीं पर संकीर्तन कर विरोध दर्ज करवाया।