प्रदूषित पानी के कारण सीतली रोड तालाब भी प्रभावित हो चुका है। जोधपुर की फैक्ट्रियों से छोड़े जा रहे रासायनिक अपशिष्ट ने जोजरी नदी के रास्ते कल्याणपुर के खेतों और रास्तों को जहरीला बना दिया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रशासन, विधायक और संबंधित विभाग इस गंभीर समस्या की लगातार अनदेखी कर रहे हैं।
मौके पर पहुंचे कई अधिकारी
मौके पर स्थिति को देखते हुए समदड़ी, कल्याणपुर, सिवाना और पचपदरा थानों की पुलिस, डिप्टी, एसडीएम, तहसीलदार और बीडीओ सहित कई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। हालांकि, प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण प्रशासन से ठोस कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे।
जहरीला पानी कर रहा फसल बर्बाद
किसानों का आरोप है कि खेतों में घुसे इस जहरीले पानी की वजह से ना तो वे फसल बो पा रहे हैं, और ना ही उन्हें फसल बीमा का लाभ मिल रहा है। बीमा कंपनियां दावा खारिज कर देती हैं कि खेतों में पानी भरा है तो बुआई ही नहीं हुई। ऐसे में किसान दोहरी मार झेल रहे हैं।
रासायनिक पानी से किसान परेशान
स्थानीय किसानों का कहना है कि वे अपनी जमीन बचाने के लिए जेसीबी मशीनों से खाई खुदवाकर रासायनिक पानी को निकालने का प्रयास कर रहे हैं, जिस पर हजारों रुपये खर्च हो चुके हैं। इसके बावजूद न प्रशासन जागा है और ना ही जनप्रतिनिधि सक्रिय नजर आ रहे हैं।
क्षेत्रीय विधायक को लिया आड़े हाथ
स्थानीय विधायक अरुण चौधरी को भी ग्रामीणों ने कटघरे में खड़ा किया और सवाल उठाया कि यदि फैक्ट्रियों पर कार्रवाई नहीं हो रही है तो उन्हें खुद ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठना चाहिए।
आंदोलन उग्र करने की चेतावनी
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। साथ ही मीडिया से भी अपील की कि जोजरी नदी के प्रदूषण और इससे जुड़े जनसंहार जैसे हालात को प्रमुखता से उठाएं ताकि सरकार तक आमजन की पीड़ा पहुंचे।