जान गवाने वाले बरेली के सुभाषनगर के मिलक रोहंदी निवासी 42 वर्षीय मंजूर अहमद पुत्र मखदूम अहमद, और 47 वर्षीय अनीस अहमद पुत्र यूसुफ शामिल हैं। दोनों ही एक-दूसरे के पड़ोसी व गहरे दोस्त थे।
दरगाह से लौटते समय हुआ हादसा
रविवार को मंजूर और अनीस गांव के ही अपने छह अन्य साथियों के साथ पीलीभीत के माधोटांडा क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध सेल्हा बाबा की दरगाह पर गए थे। अनीस की कार से सभी वहां पहुंचे। चूंकि दरगाह उस समय बंद थी, इसलिए दर्शन न होने के बाद सभी लोग वापसी के लिए रवाना हो गए। रास्ते में हल्दीडेंगा के पास स्थित डगा और बाइफरकेशन मार्ग पर पहुँचकर अनीस और मंजूर ने नहर में नहाने का निर्णय लिया। दोनों पानी में उतर गए, जबकि अन्य साथी किनारे पर ही खड़े रहे।
तैराक होने के बावजूद जान नहीं बची
साथी मेहंदी हसन ने बताया कि दोनों को तैरना आता था और शुरुआत में वे नहर में आराम से नहा रहे थे। लेकिन जैसे ही वे नहर की झाल (तेज बहाव वाला क्षेत्र) के पास पहुँचे, अचानक बहाव में फंस गए और डूबने लगे। साथियों ने शोर मचाया और बचाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। मंजूर को कड़ी मशक्कत के बाद नहर से बाहर निकाला गया, लेकिन अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसकी मृत्यु हो गई। अनीस का शव लगभग एक घंटे बाद गोताखोरों की मदद से नहर से निकाला गया।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
घटना की सूचना मिलते ही दोनों मृतकों के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंच गए। परिवार में मातम पसर गया। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी अशोक पाल ने पुष्टि करते हुए कहा कि शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।