एक जीएसटी नंबर पर कई कारोबार
राज्य कर अधिकारियों ने बताया कि ध्रुव अम्यूजमेंट लिमिटेड के एक ही जीएसटी नंबर पर फन सिटी वाटर पार्क, एक बैंक्वेट हॉल और दो पेट्रोल पंप सहित कई अन्य सेवाओं का संचालन किया जा रहा था। नियमों के उल्लंघन की आशंका के चलते विभाग ने एक महीने तक निगरानी (रेकी) करने के बाद यह कार्रवाई की।कैसे होती थी टैक्स चोरी
डिप्टी कमिश्नर अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि वाटर पार्क में प्रवेश के लिए टिकट की जगह 650 रुपये का बैंड दिया जाता है जिसे ग्राहक के हाथ पर बांधकर प्रवेश दिलाया जाता है और बाहर निकलते समय वापस ले लिया जाता है। इस प्रक्रिया का कोई डिजिटल या कागजी रिकॉर्ड नहीं होता, जिससे विक्री को छिपाकर 18% जीएसटी की चोरी की जाती थी।इसके अलावा लॉकर, कास्ट्यूम, पार्किंग और अन्य सेवाओं के लिए भी कोई वैध बिल या रसीद नहीं दी जाती थी।
एक दिन में 15 लाख की कमाई
जांच के दिन टीम ने ग्राहकों से जानकारी जुटाई। सिर्फ बैंड से ही 1168 एंट्री दर्ज की गईं, जिससे लगभग 7.5 लाख रुपये की आय सामने आई। जब झूले, कास्ट्यूम, पार्किंग और अन्य सेवाओं को मिलाकर नकद राशि की जांच की गई, तो एक दिन में 15 लाख रुपये तक की बिक्री पाई गई।दस्तावेज जब्त, व्यापारी रहे नदारद
जांच के दौरान व्यापारी अनिल अग्रवाल मौके पर मौजूद नहीं थे। ऑफिस इंचार्ज ने बताया कि नकदी शाम को कोई लेकर चला जाता है, लेकिन इसका कोई लेखा-जोखा नहीं रखा जाता।टीम ने व्यापारी के कार्यालय और संबंधित परिसरों से सभी दस्तावेज सर्च वारंट के तहत सीज कर लिए हैं।
खुलासा हुआ कि पूरे वर्ष में कंपनी ने लगभग 53 करोड़ रुपये की बिक्री दिखाई, जिसमें से 50 करोड़ कर-मुक्त बताई गई और सिर्फ 38 लाख रुपये का जीएसटी जमा किया गया।