नगर निगम मुख्यालय में शाम को आयोजित बैठक में अवस्थापना निधि के तहत टाइड और अनटाइड फंड की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई। मेयर डॉ. उमेश गौतम ने बताया कि टाइड फंड का उपयोग विशिष्ट कार्यों के लिए किया जाएगा, जबकि अनटाइड फंड से जरूरत के अनुसार विकास कार्य कराए जाएंगे।
सड़क, पानी, सीवर-हर सेक्टर को मिला बजट
नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि विभागों से विकास कार्यों के प्रस्ताव पहले ही मांगे जा चुके थे। अब धनराशि स्वीकृत होने के बाद संबंधित कार्यों के लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 103 करोड़ की इस धनराशि से शहर में पेयजल, सीवर, जल निकासी, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, सड़कों की मरम्मत और नई सड़क निर्माण, स्ट्रीट लाइटिंग और पुराने टूटे मैनहोल की मरम्मत जैसे कार्य किए जाएंगे। साथ ही, नगर निगम ने रामपुर गार्डन में जर्जर हो चुके कर्मचारियों के पुराने आवासों को तोड़कर नया आवासीय परिसर बनाने की योजना भी पेश की है।
थ्री-डी कॉरिडोर से निखरेगा शहर का सौंदर्य
शहर के सौंदर्यीकरण की दिशा में भी नगर निगम ने बड़ी पहल की है। पहले चरण में आदिनाथ रोड से आईवीआरआई मार्ग तक थ्री-डी कॉरिडोर बनाने की योजना पर मुहर लगाई गई है। इस परियोजना पर एक करोड़ रुपये खर्च होंगे। सड़क के दोनों किनारों पर भगवान शिव के विभिन्न रूपों की आकृतियां उकेरी जाएंगी और आकर्षक लाइटिंग की व्यवस्था होगी, जिससे यह मार्ग शहर की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक बनेगा।
बैठक में लिए गए अहम निर्णय
बैठक में मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी, अपर नगरायुक्त शशिभूषण राय, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भानु प्रकाश, एक्सईएन राजीव कुमार राठी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। मेयर डॉ. उमेश गौतम ने कहा शासन से प्राप्त फंड को योजनाबद्ध तरीके से शहर के विकास में लगाया जाएगा। मकसद यही है कि नाथ नगरी आधुनिक सुविधाओं से युक्त स्मार्ट सिटी की ओर तेजी से बढ़े।नगर आयुक्त संजीव मौर्य ने कहा विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि स्वीकृत योजनाओं के क्रियान्वयन में कोई कोताही न हो। टेंडर प्रक्रिया शीघ्र पूरी कर कार्य समय से शुरू कराए जाएंगे।