इज्जतनगर क्षेत्र के ग्राम मोहरनिया निवासी जलांधर सिंह पुत्र नन्हे सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उन्होंने हाल ही में लगभग 20 लाख रुपये में अपना एक प्लॉट बेचा था। यह रकम उन्होंने कुछ बैंक खाते में और कुछ घर पर नकद रूप में रखी थी। इसी दौरान आरोपियों ने उन्हें झांसे में लेकर रुपये ले लिए। पीड़ित ने इस मामले में इज्जतनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बिना आदेवन के नौकरी लगवाने का दिया झांसा
पीड़ित ने बताया कि उनके साढ़ू के लड़के का साढ़ू फतेहगंज पश्चिमी के घाटमपुर निवासी संजीव पुत्र भूरे अपने साथी भूरे पुत्र बेनीराम के साथ उनके घर आया। दोनों ने खुद को प्रभावशाली बताते हुए कहा कि वे जलांधर सिंह के बेटों को बिना किसी आवेदन प्रक्रिया के सीधे रेलवे में नौकरी लगवा देंगे। पहले तो जलांधर सिंह ने स्पष्ट इनकार कर दिया, लेकिन दोनों ने मीठी-मीठी बातों और भरोसेमंद लहजे में उन्हें फंसा लिया।
10 लाख नगद और 8 लाख चेक से ली पेमेंट
आरोपियों ने कहा कि प्रत्येक बेटे की नौकरी के लिए 12-12 लाख रुपये देने होंगे। पहले चरण में 18 लाख रुपये देने की बात कही गई और शेष 6 लाख रुपये नियुक्ति पत्र मिलने के बाद मांगे गए। विश्वास में आकर जलांधर सिंह ने अपने दोनों बेटों के सभी दस्तावेजों की प्रतियां उन्हें सौंप दीं और बतौर भुगतान 8 लाख रुपये चेक व मोबाइल ट्रांसफर के माध्यम से दिए, और 10 लाख रुपये नकद भी घर पर संजीव व अखिलेश को दिए गए।
विरोध करने पर दी जान से मारने की धमकी
करीब 10-12 दिन बीतने के बाद भी जब कोई जवाब नहीं मिला तो जलांधर सिंह ने आरोपियों से संपर्क किया। आरोप है कि उन्होंने फोन पर गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने इस मामले में एसएसपी अनुराग आर्य से शिकायत की, एसएसपी के आदेश के बाद इज्जतनगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।