शुक्रवार को जैसे ही सेवा शुरू हुई, बरेली के सेटेलाइट बस अड्डे समेत अन्य स्टेशनों पर मायके जाने वाली महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। प्रदेशभर में इस योजना के तहत परिवहन निगम ने 986 बसें संचालन के लिए उतारी हैं जबकि 50 बसों को रिजर्व रखा गया है ताकि भीड़ बढ़ने पर तुरंत व्यवस्था की जा सके।
ड्राइवर-कंडक्टर की छुट्टियां रद्द
यात्रा को सुगम और व्यवस्थित रखने के लिए परिवहन विभाग ने चालकों और परिचालकों की छुट्टियां 12 अगस्त तक रद्द कर दी हैं। सभी से वर्दी में ड्यूटी देने और नशामुक्त रहकर यात्रियों से शालीन व्यवहार करने के निर्देश दिए गए हैं। परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि यात्रियों की सहायता के लिए सभी प्रमुख बस अड्डों पर हेल्प डेस्क स्थापित की गई हैं। इसके साथ ही एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है जिसका नंबर 8726005808 है। यह सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक सक्रिय रहेगा।
पॉइंट टू पॉइंट व्यवस्था
महिलाओं की सहूलियत के लिए शहर के विभिन्न प्रमुख स्थानों पर पिकअप पॉइंट तय किए गए हैं, जहां निगम के कर्मचारी तैनात हैं। बसों की तकनीकी जांच और सफाई की व्यवस्था 13 विभिन्न वर्कशॉप प्वाइंट्स पर की जा रही है। 200 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करने वाली सभी बसों की अनिवार्य रूप से सफाई की जा रही है। अवध बस स्टेशन, लखनऊ-रायबरेली और लखनऊ-कानपुर मार्गों पर दो प्रवर्तन वाहन तैनात किए गए हैं जो लगातार निगरानी में रहेंगे।
रेलवे विकल्प लगभग खत्म
उधर, ट्रेनों में रक्षाबंधन के कारण जबरदस्त भीड़ बनी हुई है। दिल्ली, मुंबई, लखनऊ और बिहार रूट की ज्यादातर ट्रेनों में तीन दिन पहले ही टिकट खत्म हो चुके हैं। जनरल डिब्बों में भी भारी भीड़ देखी जा रही है। सरकार की इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को रक्षाबंधन के पावन पर्व पर सुरक्षित और सुगम यात्रा उपलब्ध कराना है ताकि वे अपने भाइयों से मिलकर यह पर्व हर्षोल्लास से मना सकें।