यह मामला तब सामने आया जब 28 जनवरी 2025 को क्षेत्राधिकारी (सीओ) जलालाबाद अमित चौरसिया ने थाने का त्रैमासिक निरीक्षण किया। इसके बाद 31 जनवरी को पुलिस लाइन के आर्मोरर ने जलालाबाद थाने में मौजूद शस्त्रों की भौतिक जांच की, जिसमें एक पिस्टल, एक मैगजीन और दस कारतूस गायब मिले। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को तत्काल सूचित किया गया।
3 फरवरी को एसएसपी ने दी थी जांच
शिकायत के आधार पर एसपी ने 3 फरवरी को सीओ जलालाबाद को मामले की प्रारंभिक जांच सौंपी। जांच में यह सामने आया कि तत्कालीन हेड मोहर्रिर अंगनलाल, निवासी संडौली गांव, थाना मिलक, जिला रामपुर, ने अपने पद की जिम्मेदारियों के प्रति घोर लापरवाही बरती और उनके कार्यकाल में सरकारी हथियार एवं गोला-बारूद गायब हुआ।
सीओ की रिपोर्ट पर सरकारी संपत्ति के गवन का मुकदमा दर्ज
सीओ की रिपोर्ट के आधार पर थाना प्रभारी प्रदीप कुमार राय ने अंगनलाल के खिलाफ सरकारी संपत्ति के गबन और लापरवाही के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया। जलालाबाद पुलिस अब मामले की विस्तृत जांच कर रही है।