माधोटांडा क्षेत्र के ग्राम सेल्हा निवासी 60 वर्षीय प्रल्हाद मंडल ने कुछ दिन पहले घर के बाहर नया शौचालय बनवाया था। पुराने टैंक की क्षमता कम होने के चलते वह पास में करीब आठ फीट गहरा नया टैंक खुदवा रहा था। बुधवार शाम करीब चार बजे प्रल्हाद अपनी 32 वर्षीय बेटी तनु विश्वास और 40 वर्षीय दामाद कार्तिक विश्वास के साथ टैंक की सफाई करने उतरे थे।
पुराने टैंक से जहरीली गैस रिसाव से हुआ हादसा
बताया गया कि सफाई के दौरान अचानक पास में बने पुराने टैंक से जहरीली गैस का रिसाव हो गया। टैंक की गहराई अधिक होने के कारण तीनों दम घुटने से अंदर ही बेसुध हो गए। कुछ देर बाद जब प्रल्हाद की पत्नी मौके पर पहुंची तो तीनों को टैंक में पड़ा देख चीख-पुकार मच गई। शोर सुनकर गांव के लोग दौड़े और किसी तरह तीनों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक सभी की मौत हो चुकी थी। सूचना पर पहुंची रमनगरा चौकी पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
तीन बच्चियों के सिर से उठा मां-बाप का साया
मृतक दंपती की तीन नाबालिग बेटियां बरसा, सुधा और रिद्धि हैं। घटना के बाद परिवार की गृहस्थी उजड़ गई। मृतका तनु अपने पति कार्तिक और बच्चों के साथ मायके में रह रही थी। कार्तिक मूल रूप से मैनीगुलड़िया गांव का निवासी था और मजदूरी कर परिवार चलाता था। घटना की सूचना मिलते ही कलीनगर तहसीलदार वीरेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बातचीत की और मासूम बच्चियों को ढांढस बंधाया। ग्रामीणों ने आर्थिक मदद की मांग की, जिस पर तहसीलदार ने शासन से नियमानुसार हरसंभव सहायता दिलाने का भरोसा दिया।