आग रईस पुत्र अब्दुल लतीफ के मकान में लगी, जिनके पास पटाखा बनाने का लाइसेंस तो है, लेकिन जहां धमाका हुआ, वहां लाइसेंस नहीं था। रईस के घर के नीचे जूते-चप्पलों की दुकानें थीं, जबकि ऊपरी मंजिल पर परिवार रहता था। बताया गया कि रईस पिछले कुछ दिनों से घर में ही पटाखे बना रहा था और वहीं पर उसने भंडारण भी कर रखा था।
धमाकों से दहशत, पांच घर खाली कराए
धमाके इतने तेज थे कि आसपास के मकानों की खिड़कियां तक हिल गईं। आग की लपटें देख आसपास के संजीव पोरवाल, विनोद, गोपी समेत पांच लोगों ने अपने मकान खाली कर दिए। एहतियात के तौर पर आसपास के घरों की बिजली भी कटवा दी गई।
दीवार तोड़कर बुझाई गई आग, कोई जनहानि नहीं
मुख्य अग्निशमन अधिकारी राजाराम यादव ने बताया कि आग जिस स्थान पर लगी, वहां पटाखों का भंडारण गैरकानूनी था। फायर ब्रिगेड को मकान की दीवार तोड़कर आग बुझानी पड़ी। हादसे में एक बाइक और घर का सामान जलकर राख हो गया, हालांकि किसी की जान नहीं गई।
पटाखा गोदाम घर से दूर, फिर भी घर में स्टॉक
रईस का पुश्तैनी धंधा पटाखा बनाना है। पहले यह लाइसेंस उसके पिता अब्दुल के नाम पर था। अब रईस इसे चला रहा है। लाइसेंस के मुताबिक गोदाम छबरा पुलिया के पास है जो मकान से करीब एक किलोमीटर दूर है, लेकिन उसने नियमों को दरकिनार कर घर में ही पटाखे जमा कर रखे थे।
मामले की जांच जारी
पुलिस और प्रशासन ने मौके पर जांच शुरू कर दी है। आग लगने की असली वजह और नियम उल्लंघन की पुष्टि जांच के बाद होगी। फिलहाल क्षेत्रवासियों में दहशत बनी हुई है।