मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार रात कोतवाली प्रभारी अमित पांडेय टीम के साथ गश्त पर थे। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध युवक इस्लामिया ग्राउंड के खंडहर में किसी बड़ी वारदात की फिराक में छिपे हैं। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर उन्हें चारों ओर से घेर लिया। खुद को घिरा देख बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में एक बदमाश सावेज पुत्र जमीर अहमद निवासी बास की मंडी के पैर में गोली लग गई, जबकि दो अन्य साथी मोबिन पुत्र रईस अहमद निवासी स्वाले नगर और कलीम पुत्र समीम निवासी घेर शेख मिट्टू को मौके से दबोच लिया गया।
सावेज के पास से तमंचा 315 बोर और दो खोखा कारतूस बरामद हुए हैं, जबकि मोबिन और कलीम के पास से एक-एक चाकू मिला है। इसके अलावा तीनों के पास से दो अंगूठी और पिघली हुई धातु भी मिली है, जिसके चोरी या लूट से जुड़ा होने का संदेह है।
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि तीनों बदमाश राहगीरों को बहला-फुसलाकर उनका ब्रेनवॉश करते थे और फिर उनसे ठगी, चोरी व लूट करते थे। इनका नेटवर्क शाहजहांपुर और बदायूं तक फैला हुआ है। पुलिस रिकॉर्ड में तीनों के खिलाफ गंभीर धाराओं में कई मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। मुठभेड़ में शामिल पुलिस टीम में थाना प्रभारी अमित कुमार पांडेय, एसआई कमलवीर सिंह, गुरमीत सिंह, जितेन्द्र कुमार, नितिन राणा और अन्य सिपाही शामिल रहे।