जानकारी के अनुसार, गांव बसुधर जागीर निवासी अली पुत्र शकील के घर चोर सबसे पहले घुसे। अंधेरे का फायदा उठाकर चोरों ने मकान के पीछे की दीवार तोड़ी और अंदर दाखिल हो गए। घर में रखी अलमारी को खोलकर चोरों ने एक तोला सोने की झुमकी, एक सोने की अंगूठी, दो जोड़ी सोने की तबजियां, सोने की दूरियां, दो जोड़ी चांदी की पायल और करीब 40 हजार रुपये नकद उड़ा लिए। वारदात के समय घर के सदस्य सो रहे थे, जिन्हें किसी तरह की आहट नहीं हुई।
इसके बाद चोरों ने गांव की ही नाजमा बेगम पत्नी मोहब्बत शाह के घर को निशाना बनाया। चोरों ने उनके घर का मुख्य दरवाजा तोड़कर भीतर प्रवेश किया और वहां से 36 हजार रुपये नगद, एक जोड़ी चांदी की कैधनियां, सोने की लौंग और एक जोड़ी चांदी की पायल चुरा ली। घरवालों को सुबह घटना की जानकारी हुई, जब दरवाजे का ताला टूटा मिला और सामान बिखरा पड़ा था।
तीसरी घटना तारीक पुत्र जलील अहमद के घर की है, जहां चोरों ने ताले तोड़ने की कोशिश की, लेकिन किसी कारणवश वे भीतर घुसने में नाकाम रहे। हालांकि घर का दरवाजा क्षतिग्रस्त मिला और ताले टूटे हुए थे, लेकिन वहां से कोई सामान चोरी नहीं हो पाया। तीनों घटनाएं शनिवार की देर रात करीब एक ही समय पर हुईं। आशंका जताई जा रही है कि वारदात को अंजाम देने वाले चोरों का गिरोह लंबे समय से इलाके में सक्रिय है और उन्होंने पहले रेकी भी की होगी।
घटना की सूचना पर देवरनिया थाने से पुलिस टीम गांव पहुंची और घटनास्थलों का निरीक्षण किया। पुलिस ने सभी पीड़ितों से जानकारी ली और आसपास के क्षेत्र में चोरों की तलाश की, लेकिन देर रात तक कोई सुराग हाथ नहीं लग सका। इस संबंध में देवरनिया थाना प्रभारी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि अभी तक किसी भी पीड़ित की ओर से चोरी के संबंध में तहरीर नहीं दी गई है। जैसे ही तहरीर मिलेगी, मुकदमा दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।