बुधवार को पुलिस लाइन स्थित रविन्द्रालय में एक आयोजन कर बरामद मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को सौंपे गए। एसपी सिटी मानुष पारीक ने खुद मोबाइल लौटाकर इस पहल को जनता से जोड़ने की कोशिश की। फोन पाकर कई लोगों की आंखें चमक उठीं, क्योंकि किसी ने नया फोन खरीद लिया था तो किसी ने उम्मीद ही छोड़ दी थी।
सर्विलांस और तकनीक ने निभाई अहम भूमिका
इस पूरे ऑपरेशन में सर्विलांस सेल और थानों पर तैनात कंप्यूटर ऑपरेटरों की टीम ने CEIR पोर्टल की मदद से खोए हुए फोन की लोकेशन ट्रेस की और उन्हें ढूंढ निकाला। पुलिस अधिकारियों की मानें तो गुम मोबाइल की बरामदगी अब हर महीने की नियमित प्रक्रिया बनेगी।
इन पुलिसकर्मियों को मिला सम्मान
एसएसपी अनुराग आर्य ने इस अभियान में बेहतर प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी किया। मीरगंज की महिला कांस्टेबल प्रीति सागर, फतेहगंज पूर्वी के कंप्यूटर ऑपरेटर जतिन सक्सेना और शेरगढ़ के कांस्टेबल मयूर को 1000 नगद और प्रशस्ति पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया। इसके अलावा कई अन्य थानों के पुलिसकर्मियों को भी प्रशंसा पत्र दिए गए।
थानावार मोबाइल बरामदगी की स्थिति
सर्विलांस और पुलिस ने कुल 290 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। जिसमें सर्विलांस सेल 70, सीबीगंज 21, भमौरा 16, कोतवाली 16, इज्जतनगर 15, बारादरी 14, बहेड़ी 12, मीरगंज 11, किला 10, भुता 10, अन्य 19 थानों की पुलिस ने 85 मोबाइल बरामद किए हैं।
जनता बोली: पुलिस पर अब भरोसा और बढ़ गया
फोन वापस पाने वाले कई लोगों ने कहा कि पुलिस से उन्हें ऐसी उम्मीद नहीं थी। लेकिन अब भरोसा जागा है कि पुलिस केवल अपराध नहीं रोकती, जनता की छोटी-छोटी समस्याएं भी हल करती है। पुलिस का कहना है कि आने वाले महीनों में यह अभियान और तेज किया जाएगा।