पीड़िता की शादी 8 जुलाई 2004 को शाहजहांपुर के गांव पचदेवरिया निवासी विपिन से हुई थी। मायके पक्ष का कहना है कि शादी में आठ लाख रुपये खर्च कर मोटरसाइकिल, फर्नीचर, वाशिंग मशीन, फ्रिज, तीन लाख रुपये नकद और सोने-चांदी के जेवर दिए गए थे। इसके बावजूद पति विपिन, ससुर रामसरन, सास शांति, सौतेली सास रत्ना समेत अन्य परिजन खुश नहीं हुए और बार-बार बुलेट मोटरसाइकिल व दिल्ली में एक प्लॉट की मांग करने लगे।
आरोप है कि शुक्रवार सुबह करीब छह बजे ससुरालियों ने उसे कमरे में बंद कर पेट्रोल डालकर आग लगाने की कोशिश की। इस दौरान ननद मधु और शीतल ने उसके बाल पकड़कर घसीटा, जबकि पति विपिन और ससुर रामसरन ने लात-घूंसों से पीटा। नंदोई बब्लू ने धमकी दी कि इसे छोड़ दो, मैं विपिन की दूसरी शादी कराऊंगा। महिला किसी तरह जान बचाकर बाहर निकली।
घटना के बाद महिला को कपड़ों समेत घर से बाहर निकाल दिया गया। जब उसके पिता पहुंचे तो उन्हें भी गालियां दी गईं और धमकी दी गई कि अगर दहेज में प्लॉट और बुलेट नहीं दी तो विपिन की दूसरी शादी कर देंगे। पीड़िता ने पति विपिन सहित ससुराल के 11 लोगों पर दहेज उत्पीड़न, मारपीट और हत्या की कोशिश का आरोप लगाते हुए आंवला थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।