ड्यूटी कार्ड अब QR कोड बेस्ड होगा, स्कैन करते ही मिलेगी पूरी डिटेल
एआई सुपरकॉप आईपीएस अंशिका वर्मा ने बताया कि सभी पुलिसकर्मियों को लॉगिन आईडी और पासवर्ड दिया गया है। बाहर से आई पुलिस और पीएसी फोर्स के लिए भी अलग-अलग लॉगिन तैयार किए गए हैं। ड्यूटी प्वॉइंट तक जाने के लिए पुलिसकर्मी ऐप में मौजूद मैप नेविगेशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिससे उन्हें रास्ता भटकना नहीं होगा। सीधे डयूटी प्वाइंट पर आसानी से पहुंच सकेंगे। ड्यूटी कार्ड अब QR कोड बेस्ड होगा, जिसमें प्रभारी और सहकर्मी की पूरी जानकारी मिलेगी। इस ऐप में डेटा फीड हो जायेगा। जिससे आने वाले आयोजनों में ऐप डेटा बेस की तरह काम करेगा। इससे एक क्लिक पर पता चलेगा कि कहां और कितना पुलिस फोर्स लगाया गया था। अंशिका वर्मा समेत एसपी स्तर के छह आईपीएस अधिकारियों को एआई सुपरकाप चुना गया है। उन्होंने बताया कि यूपी पुलिस में एआई के माध्यम से क्रांतिकारी बदलाव की तैयारी चल रही है। बेसिक पुलिसिंग के साथ एआई तकनीक का अनूठा और अभिनव प्रयोग यूपी पुलिस को और ताकतवर बनायेगा।
डैशबोर्ड के माध्यम से अधिकारी कर सकेंगे स्मार्ट मानीटिरंग एंड फुल कंट्रोल
डीडीएमएस ऐप में अफसरों को भी एक स्मार्ट मॉनिटरिंग टूल दिया गया है। इसके माध्यम से अधिकारी अपने डैशबोर्ड से सभी ड्यूटी प्वॉइंट को लाइव मॉनिटर कर सकते हैं। किसी को भी कोई निर्देश जारी कर सकते हैं। सभी के लिये या स्पेसिफिक भी किसी भी समय अलर्ट जारी किया जा सकता है। मूविंग ड्यूटीज़ की लाइव ट्रैकिंग से लेकर जुलूस/शोभायात्रा की करंट लोकेशन का पता चलता रहेगा कि अब जुलूस कहां पहुंचा है। किस ऐरिया में है। वहां कितना फोर्स मौजूद है। बरेली में 18, 19 और 20 अगस्त को हुये आला हजरत के उर्स और गंगा महारानी की शोभायात्रा में इस ऐप का बेहतर इस्तेमाल किया गया है। इसके माध्यम से पुलिस अधिकारियों ने भी आसानी से उर्स की मानीटरिंग की।
सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट में क्रांति
एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने बताया कि करीब 1300 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी इसी सिस्टम के जरिए चेक की गई। नतीजा यह रहा कि उर्स और शोभायात्रा जैसे बड़े आयोजनों में भीड़ नियंत्रण, ट्रैफिक मैनेजमेंट और सुरक्षा ड्यूटी एकदम सहज और पारदर्शी रही। आईपीएस अंशिका वर्मा के एसआई ऐप ने यह साबित कर दिया कि तकनीक और पुलिसिंग के मेल से भीड़भाड़ वाले आयोजनों की सुरक्षा में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। बरेली पुलिस अब इस डीडीएमएस को आने वाले धार्मिक और सामाजिक आयोजनों में भी लागू करेगी।