जानकारी के अनुसार दिव्यांग रामकिशन कहार परिवार साथ दुगारी में तेजाजी चौक में एक चबूतरे पर खुले में ही रहता है। रविवार सुबह उसकी गर्भवती पत्नी अनिता को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। चारों तरफ बाढ़ का पानी होने से अस्पताल नहीं ले जा पा रहे थे। अनिता को चबूतरे पर प्रसव पीड़ा से तड़पता देखकर पड़ोस की महिलाओं सीमा व संतोष ने उसे संभाला।
दुगारी चिकित्सालय की एक नर्स को मौके पर बुलाया। उसने प्रसूता की जांच की। हालत गम्भीर होने से अनिता को चिकित्सालय ले जाने की सलाह दी। गांव में बाढ़ की स्थिति होने उसे चिकित्सालय पहुंचाना आसान नहीं था। पड़ोस के किशनगोपाल सिंह, विपिनकुमार सैनी व वार्ड पंच भीमराज ने जेसीबी की व्यवस्था की।
गर्भवती को जेसीबी में रखकर चार फीट पानी के अंदर से होकर नैनवां रोड पर पहुंचाया गया। वहां नैनवां चिकित्सालय से पहुंची एम्बुलेंस गर्भवती को उपजिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे। कुछ देर बाद गर्भवती ने बेटे को जन्म दिया। दोनों स्वस्थ है।