मूसलाधार बारिश से बारां में बाढ़ जैसे हालात, आज भी भारी बारिश का आया अलर्ट, प्रशासन सतर्क, ले रहे सेना की मदद
IMD Warning: बारां जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते उत्पन्न बाढ़ जैसे हालातों से निपटने के लिए प्रत्येक ब्लॉक एवं ग्राम स्तर पर जिला प्रशासन की संयुक्त टीम अलर्ट पर है।
Baran Heavy Rain Alert: दो दिन तक झमाझम बारिश के दौर के बाद मंगलवार को जिले में मौसम साफ रहा। हालांकि सुबह से ज्यादातर इलाकों में बादल ही छाए रहे। इस बीच सुबह बारां शहर में थोड़ी देर के लिए मूसलाधार बारिश हुई। दिनभर जिले में मौसम साफ रहने से लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि देर शाम बारां शहर सहित कई स्थानों पर फिर से मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। इससे सड़कों पर पानी बह निकला और तापमान में 4 डिग्री की कमी दर्ज की गई। इससे पहले मंगलवार को अधिकतम तापमान 34 और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले दो दिनों से जिले में बादलों ने डेरा डाल रखा है।
मौसम विभाग ने तेज हवा के साथ बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। इस समय बारिश के लिए स्थितियां एकदम सही बनी हुई हैं। जिले में कई स्थानों पर अगले दो दिनों तक बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिणी-पश्चिम मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। अब तक इस मानसून ने राज्य के ज्यादातर हिस्से को कवर कर लिया है। अगले दो दिन में यह उत्तरी राजस्थान को भी कवर कर सकता है। आज भी मौसम विभाग ने बारां, झालावाड़ और कोटा जिले में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
बचाव कार्य जारी (फोटो: पत्रिका)
भारी बारिश का अलर्ट, प्रशासन सतर्क, सेना की मदद ले रहे
बारां जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते उत्पन्न बाढ़ जैसे हालातों से निपटने के लिए प्रत्येक ब्लॉक एवं ग्राम स्तर पर जिला प्रशासन की संयुक्त टीम अलर्ट पर है। कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर के निर्देशानुसार, भारतीय सेना की फर्स्ट मराठा लाइट इन्फेंट्री बटालियन की टीम जिले में मौजूद है। सेना के मेजर अश्वत अंगाडी और कैप्टेन केतन पटियाल के नेतृत्व में टीम ने सिविल डिफेन्स प्रशिक्षक मानू कुमार पंकज के साथ हनोतिया, रेबारपुरा और पार्वती नदी से प्रभावित गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
जिले में जारी भारी बारिश के कारण कई जगह पुलियाएं और सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ऐसे में सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं अन्य संबंधित अधिकारियों ने तेजी दिखाते हुए मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है। वहीं जिला प्रशासन के निर्देश पर सभी ब्लॉकों में एसडीएम, तहसीलदार, वन विभाग, कृषि, पशुपालन, चिकित्सा विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रियता से मौजूद हैं। ये टीमें बाढ़ की संभावित स्थिति से निपटने, स्थानीय निवासियों की मदद करने, आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति करने में जुटी हैं। उन्होंने बताया कि सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। फसल की स्थिति और अन्य आपात स्थितियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। चिकित्सा विभाग की टीमें गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं, वहीं पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं की देखभाल की जा रही है।
जलभराव से ढहा मकान
ढह गया मकान (फोटो: पत्रिका) मऊ में हुई भारी बारिश से जलभराव हो जाने के कारण गांव में एक कच्चा मकान ढह गया। मकान में रहने वाले शिवभरोस योगी ने बताया कि जिस समय मकान ढहा उसमें कुछ देर पहले उसकी पत्नी मौजूद थी। वह अचानक किसी काम से कुछ देर पहले ही मकान से बाहर निकली ही थी। उसी दौरान अचानक मकान ढह गया। जैसे ही मकान ढहने की आवाज आई तो आस-पास के पड़ौसी दौड़ पड़े। उन्हौने मकान में रखा सारा सामान बाहर निकाल कर सुरक्षित जगह पर रखा।
पड़ौसी सत्यनारायण बैरवा ने बताया कि मुख्य सड़क मांगरोल-बंमोरीकलां की दोनों साइडों पर बनी नालियों की सफाई नहीं होने के कारण जलभराव हो जाता है। और पानी सड़क के किनारे बने मकानों में घुस जाता है।
दिनभर उमस के बाद जिले में कई जगह झमाझम
घरों में घुसा पानी (फोटो: पत्रिका) 24 जून दिनभर की गर्मी के बाद रात को अचानक मौसम ने करवट बदली और मूसलाधार बरसात का दौर शुरू हो गया। बरसात होते ही फिर गर्मी छूमंतर हो गयी। बरसात लगातार जारी रही। देर शाम बारां शहर सहित बड़गांव, देवरी में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया। इससे पहले दिन में मौसम साफ रहा। बाद होने से उमस का असर बढ़ गया । शाम को 7:00 के बाद बारिश का दौर शुरू हुआ । बारिश के कारण उमस भरी गर्मी से लोगों को निजात मिली।