ऐसे मिली प्रेरणा
इसी दौरान विनय को पता चला कि उर्दू में संपूर्ण रामायण अब तक नहीं लिखी गई है। किसी शायर ने कोई खंड लिखा तो किसी ने कुछ हिस्सा, लेकिन पूरी रामायण किसी ने नहीं लिखी थी। यहीं से विनय के मन में यह सपना पनपा कि वे रामायण को उर्दू शायरी के रूप में प्रस्तुत करेंगे।500 पन्नों की है ‘विनय रामायण’
विनय ने बताया कि उन्होंने रामायण का अनुवाद नहीं, बल्कि भावानुवाद किया है, जिसमें भावों को शेरो-शायरी के अंदाज में पेश किया गया है। उनकी लिखी ‘विनय रामायण’ 500 पन्नों की है, जिसमें 24 खंड और करीब 7,000 शेर हैं।इस अद्भुत रचना के लिए विनय को कई जिलों में घूमना पड़ा, जिनमें अयोध्या, प्रयागराज और यहां तक कि हिमालय की यात्रा भी शामिल है। वहीं रुककर उन्होंने अपने इस सपने को साकार किया। अब विनय चाहते हैं कि उनकी इस किताब का विमोचन उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के हाथों हो।शिक्षक भर्ती आंदोलन के बीच चंद्रशेखर आजाद ने योगी सरकार पर दागे सवाल, शेयर किया ये वीडियो
विनय का सफर यहीं नहीं रुका है। अब उन्होंने महाभारत के भावानुवाद पर भी काम शुरू कर दिया है। कुछ अंश वे लिख भी चुके हैं। उनका कहना है कि जैसे रामायण को उर्दू में ढाला, वैसे ही वे महाभारत को भी उर्दू शायरी के अंदाज में पेश करेंगे।सोर्स: IANS