Banswara Crime : लॉकेट ने खोला युवती की हत्या का राज, आरोपी का नाम सुन परिजन चौंके, अवैध सम्बंध थी मुख्य वजह
Banswara Crime : बांसवाड़ा के दानपुर थाना क्षेत्र के बारी सजवानिया जंगल में मिली अज्ञात युवती की हत्या का राज खुल गया है। शव के गले में लॉकेट, काले धागे और बालों में गेटर से हत्यारोपी की पहचान हुई। आरोपी का नाम सुन परिजन चौंक गए। पढ़ें Banswara की Crime स्टोरी।
Banswara Crime : बांसवाड़ा के दानपुर थाना क्षेत्र के बारी सजवानिया जंगल में मिली अज्ञात युवती की हत्या का राज खुल गया है। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर हत्या के आरोपी राजू मईड़ा को गिरफ्तार कर लिया। मृतका उसकी साली थी, जिससे आरोपी के अवैध संबंध थे। साली के शादी के लिए दबाव बनाने पर आरोपी ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव जंगल में गाड़ दिया। पुलिस के अनुसार, 5 जून को सूचना मिली कि बारी सजवानिया के जंगल में मिट्टी और पत्तों में एक युवती की लाश दबी हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव बाहर निकाला, जो 20-25 वर्ष की युवती का था। शव की पहचान के लिए आसपास के गांवों में जानकारी जुटाई गई लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद शव को एमजी अस्पताल बांसवाड़ा की मोर्चरी में रखवाकर सोशल मीडिया व इश्तेहारों के जरिए शिनाख्त के प्रयास किए गए।
राजू ने स्वीकार किया कि उसका साली सुखा से शादी के समय से ही प्रेम संबंध था और वह अक्सर मिलते थे। हाल में जब सुखा घर आई तो उसने राजू से शादी की जिद की। राजू ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन बहस हो गई और गुस्से में आकर उसने गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद वह घर से फावड़ा और सब्बल लेकर शव को जंगल में नीम के पेड़ के पास गाड़ आया।
लॉकेट और गेटर से हुई पहचान
शव की तस्वीरें वायरल होते ही जगलावदा मातासुला फला निवासी सजूड़ी मीणा व उसका बेटा और देवर बांसवाड़ा मोर्चरी पहुंचे व शव की पहचान 24 वर्षीय बेटी सुखा कुमारी के रूप में की, जो 30 मई दोपहर 2 बजे मुंगाना जाने घर से निकली थी। सुखा अलवर में बीएड कर रही थी, इसलिए मोबाइल नहीं होने के बावजूद तुरंत तलाश नहीं की। शव के गले में लॉकेट, काले धागे और बालों में गेटर से पहचान की। मां ने शक जताया कि सुखा संबंध जीजा राजू से था, उसी ने हत्या की है।
पुलिस ने हत्या और सबूत मिटाने की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की। संदेह के आधार पर आरोपी राजू की तलाश शुरू की गई। वह घटना के बाद से लापता था और मोबाइल लोकेशन बदलते हुए पुलिस को चकमा देता रहा। आखिरकार 8 जून को सूचना मिली कि राजू भुवनपुरा क्षेत्र में खाली भूखंडों में छिपा है और भागने की फिराक में है। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पहले वह गुमराह करता रहा और कहानी गढ़ी कि सुखा ने फांसी लगाई थी और डर के कारण उसने शव को जंगल में गाड़ दिया। लेकिन पोस्टमार्टम में फांसी के कोई निशान नहीं मिले। पुलिस ने मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की तो राजू टूट गया।
जांच टीम में शामिल
इस मामले में एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला, एएसपी राजेश भारद्वाज और डीएसपी गोपीचंद मीणा के निर्देशन में थाना दानपुर की टीम ने त्वरित कार्रवाई की। टीम में थानाधिकारी राजवीरसिंह, उपनिरीक्षक रविकुमार थापा, डीएसटी प्रभारी विवेकभानसिंह, हेमेंद्रसिंह, दिनेश, भगवती, गणेश, जोरसिंह, साइबर सेल के मोहित जोशी और खांदू कॉलोनी चौकी के सिद्धराजसिंह शामिल रहे।