गुरुवार को एसडीएम नूतन कंवर, तहसीलदार आशुतोष शर्मा, थाना प्रभारी रविशंकर पांडेय ने गांव जाकर जानकारी ली। सखी सेंटर की टीम भी गांव पहुंची थी। मामला न्यायालय में भी विचाराधीन है।
मेरे पति बात नहीं कर रहे
तहसीलदार राहुल गुप्ता की पत्नी रेणु गुप्ता ने कहा कि यह मेरा ससुराल है और मैं अपने ससुराल में नहीं रहूंगी तो कहां रहूंगी। मेरे पति मुझसे बात नहीं कर रहे हैं। सास-ससुर मुझे घर में घुसने नहीं दे रहे हैं। यही बात उनकी छोटी बहू वंदना भी कह रही है। अधिकारियों ने तहसीलदार राहुल गुप्ता को बालोद बुलाया। उन्होंने बालोद में थाना प्रभारी के सामने अपना पक्ष रखा।
फेसबुक के जरिए हुई थी पहचान और शादी
तहसीलदार राहुल गुप्ता ने बताया कि उनकी पहचान अंबिकापुर की रेणु से फेसबुक के माध्यम से हुई थी। इसके बाद 2022 में शादी की। शादी के कुछ दिन बाद से परेशान करने लगी। तरह-तरह की बातों से प्रताड़ित करते रही। बहुत से कारण है। मेरे पास सबूत भी हैं। मैं रेणु के साथ नहीं रहना चाहता। दोनों बहू करती हैं प्रताड़ित, अपने घर में नहीं रहने दूंगा
तहसीलदार राहुल की मां कमलेश गुप्ता और पिता व मछली विभाग के उपसंचालक सतीशचंद्र गुप्ता ने बताया कि हमने कभी दोनों बहुओं को प्रताड़ित नहीं किया। उल्टे दोनों बहुएं हमें प्रताड़ित कर रही हैं। झलमला में घर उन्होंने अपनी मेहनत और लोन लेकर बनाया हैं। यहां दोनों बहुओं को नहीं रहने देंगे। जब से दोनों बहूएं आई हैं, हमें परेशान कर रखा है।
दहेज़ के लिए करते थे प्रताड़ित
रेणु गुप्ता का कहना है कि उनके सास व ससुर ने उन्हें घर से निकाल दिया। शादी के बाद दहेज के लिए भी प्रताड़ित करते थे। पति राहुल भी उनका साथ नहीं दे रहे हैं। मैं अपने पति के साथ रहना चाहती हूं।
छोटी बहू बोली- पति को कर दिया गायब
छोटी बहू वंदना गुप्ता ने कहा कि मेरे पति रोहित गुप्ता हो सास व ससुर ने गायब किया है। मुझे मेरा पति चाहिए। वंदना व रोहित की शादी आर्य समाज में हुई है। वंदना के सास व ससुर ने कहा कि हमने अपने बेटे रोहित को पहले ही अपनी संपत्ति से अलग कर दिया है। उनसे हमें कोई मतलब नहीं है। हमें उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।