यह जानकारी किसी को नहीं है। वहीं पहले तो ग्रामीणों की टीम को देखकर ही जंगल में जिसने गौवंशों को जंगल में बांध कर रखा था। वे खाने-पीने के सामान छोड़कर भाग गए। फिलहाल बालोद पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।
एसडीओपी देवांश राठौर ने बताया कि ग्रामीणों से मिली सूचना पर जंगल से गौवंशों को बरामद किया गया। इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। ग्रामीणों के मुताबिक जंगल में ग्रामीणों ने हलचल देखी। तब टॉर्च जलाकर जंगल की ओर गए तब देखा कि कुछ लोग वहां थे और ग्रामीणों को देख भाग गए।
CG News: गौ-हत्या के आरोप में दो गिरफ्तार
जशपुर नगर जशपुर जिले में चल रहे ऑपरेशन शंखनाद के तहत पुलिस चौकी करडेगा थाना तपकरा क्षेत्र में गौ-हत्या जैसे गंभीर अपराध में लिप्त दो आरोपियों को गिरतार कर जशपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता दर्ज की है। ग्रामीणों की सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मौके से 49 किलोग्राम गौमांस, लोहे के औजार, टंगिया, तराजू-बांट समेत अन्य सामग्री भी बरामद की है। घटना के अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। जानकारी के अनुसार ग्राम मयूरचुंदी के
ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि गांव में सुधीर कुजूर नामक व्यक्ति अपने साथियों के साथ मिलकर एक बैल का मांस को बेचने की तैयारी कर रहा है। सूचना मिलते ही एसएसपी शशि मोहन सिंह ने एसडीओपी विनोद मंडावी के नेतृत्व में चौकी करडेगा एवं उपरकछार पुलिस की संयुक्त टीम को रवाना किया। पुलिस टीम ने मौके पर दबिश देकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गौवंश से भरा जंगल, आरोपी मौके से फरार
सुधीर कुजूर्र 55 वर्ष दोनों निवासी मयूरचुंदी को गिरतार किया। उनके घर से भारी मात्रा में गौमांस व अन्य साक्ष्य जब्त किए गए। पूछताछ में आरोपी सुधीर कुजूर ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि उसने दिनांक 16 जुलाई की शाम लगभग 7 बजे अपने ही पालतू काले रंग के बैल को अन्य साथियों के साथ मिलकर अपने नवनिर्मित मकान में टंगिया व अन्य औजारों से वार कर मार डाला और फिर उसका मांस काटकर भक्षण व बेचने के लिए रखा। मवेशी के अवशेष को जमीन में गाड़ दिया गया था। पुलिस ने सुधीर के बयान के आधार पर 49 किलो गौमांस, टंगिया, तराजू-बांट जब्त किए। इसके साथ ही वीरसिंह कुजूर के पास से 2 किलो गौमांस बरामद कर उसे भी गिरतार किया गया।
एसएसपी ने अपील की
जागरूक ग्रामीणों की सूचना पर गंभीर अपराध में लिप्त दो व्यक्तियों को गिरतार किया गया है। प्रकरण के अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। जिलेभर में ऑपरेशन शंखनाद लगातार जारी रहेगा। यदि आपके आसपास भी इस तरह की कोई गतिविधि हो रही हो, तो तत्काल पुलिस को सूचना दें। आप सभी की सतर्कता ही कानून-व्यवस्था को मजबूत करती है।
भैंसों से भरी पिकअप पलटी, एक की मौत, नाबालिग समेत 6 तस्कर गिरतार
बलरामपुर मवेशियों से भरी एक पिकअप बलरामपुर थाना क्षेत्र के सेमरसोत जंगल में एनएच पर गुरुवार की सुबह पलट गई थी। सूचना पर पुलिस पहुंची तो उसमें 6 नग भैंस मिले, जिनमें से एक की मौत हो गई थी। भैंसों को पिकअप में ठूस-ठूसकर भरा गया था। इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग समेत 6 तस्करों को अलग-अलग जगह से गिरतार किया है। पिकअप को 2 बाइक व कार में सवार आरोपी पायलेटिंग कर झारखंड के बूचड़खाना ले जा रहे थे। पुलिस ने मामले में अपराध दर्ज कर शुक्रवार को सभी को जेल भेज दिया है। अब लोगों की बीच यह चर्चा है कि यदि पिकअप नहीं पलटी होती तो पुलिस उन्हें नहीं पकड़ पाती।
बलरामपुर कोतवाली पुलिस को गुरुवार की सुबह मुखबिर से सूचना मिली कि सेमरसोत जंगल में एनएच पर पिकअप क्रमांक जेएच 07 एम- 8499 पलट गई। उसमें मवेशी भरे हुए हैं।
सेमरसोत जंगल में मवेशी तस्करी का खुलासा
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच की तो एक मवेशी की मौत हो चुकी थी। मवेशी तस्करी की पुता जानकारी के बाद पुलिस ने अज्ञात तस्करों के खिलाफ अपराध दर्ज कर उनकी खोजबीन शुरू की। इसी बीच पुलिस ने 3 तस्करों को पकड़ लिया। वहीं उनकी निशानदेही पर एक आरोपी को राजपुर थाना क्षेत्र तथा 2 आरोपियों को अंबिकापुर से दबोचा गया। इनमें एक नाबालिग भी शामिल है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आरोपी लुंड्रा थाना क्षेत्र के ग्राम उदारी निवासी मो. वजुल हक अंसारी झारखंड के पशु
तस्करों के साथ मिलकर बतौली, रघुनाथपुर क्षेत्र से 6 नग भैंस को पिकअप में लोड कर झारखंड स्थित कत्लखाना ले जाने के लिए निकले थे। पिकअप को विधि से संघर्षरत बालक चला रहा था। जबकि उसमें आरोपी अर्जुन दास व एक अन्य तस्कर बैठे थे।