नगरा थाना के सरयां गुलाबराय गांव में जामुन के पेड़ से 23 मार्च को 20 वर्षीय युवती का शव लटकता मिला था। हाथ पीछे की तरफ बंधा हुआ था। पिता ने आरोप लगाया था कि उसकी बेटी के साथ दरिंदगी कर हत्या की गई और पेड़ से लटका दिया। इसको लेकर काफी हो हल्ला मचा था।
जानिए पूरा मामला
आपको बता दें कि नगरा थाना के सरयां गुलाबराय गांव में जामुन के पेड़ से 23 मार्च को 20 वर्षीय युवती का शव लटकता मिला था। उसके दोनों हाथ पीछे की तरफ बंधा हुए थे । पिता ने आरोप लगाया था कि उसकी बेटी के साथ दरिंदगी कर हत्या की गई और पेड़ से लटका दिया। इसको लेकर करीब 15 दिनों तक जिले का सियासी पारा चढ़ा रहा है। पुलिस की जांच में आत्महत्या बताया गया और उकसाने के आरोप में मंगेतर और प्रेमी और उसका सहयोग करने वाले गांव के एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में युवती का मंगेतर और उसका सहयोगी गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन सेना में तेनात प्रेमी अभी भी फरार चल रहा है। घटना को लेकर जब विपक्ष हमलावर हुआ तब एडीजी वाराणसी पियूष मोर्डिया ने एसपी चिराग जैन की अध्यक्षता में विशेष जांच दल का गठन किया था। इसकी मानीटरिंग पुलिस उप महा निरीक्षक सुनील कुमार सिंह कर रहे थे। विशेष जांच दल ने भी घटना को आत्महत्या करार दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि युवती ने यूट्यूब पर ‘प्रेमी ने दिया धोखा तो आत्महत्या कैसे करें’ को सर्च किया है। मृतका की बहन ने फोन पर बताया कि एसआइटी जांच भी पुलिस के रास्ते पर ही है। फाइनल रिपोर्ट आने के बाद न्याय के लिए आगे की रणनीति तय की जायेगी। थानाध्यक्ष नगरा कौशल कुमार पाठक ने बताया कि मुख्य आरोपित व मृतका के प्रेमी गुलाब चौहान को गिरफ्तार करने के लिए कोर्ट से वारंट की प्रक्रिया चल रही है।
युवती के प्रकरण की जांच पूरी हो चुकी है। युवती कि हत्या नहीं की गई थी। उसने सुसाइड किया है। अब तक की जांच में युवती की ओर से आत्महत्या करने के ही प्रमाण मिले हैं। एसपी बलिया को सीन रिक्रेट करने की सिफारिश की गई है।- चिराग जैन, अपर पुलिस अधीक्षक, आजमगढ़