मशीन से कराया गया काम
ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह ग्राम पंचायत टेकाड़ी भ में मनरेगा योजना के अंतर्गत ढंगवेल एवं खेत तालाब मीनाक्षी की खुदाई मशीन से की जा रही थी। लंबाई और चौड़ाई 140 बाई 140 फिट थी, जो मनरेगा के नियम विरुद्ध जेसीबी मशीन से सरपंच पति की उपस्थिति में खुदाई की जा रही थी। मनरेगा की अधिसूचना और दिशा निर्देशों के अनुसार जेसीबी या अन्य मशीनों का उपयोग मनरेगा के कार्यों में पूर्णत: वर्जित है। इसके अलावा ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यों के लिए लाई गई सामग्री जिसमें सीमेंट, लोहा, रेत, गिट्टी आदि सभी सामग्री ग्राम पंचायत के गोदाम में न रखकर अपने निजी निवास में रखकर इन सामग्रियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। पंचों ने बताया है इन सभी कार्यों के लिए पंचों की सहमति ग्राम सरपंच सचिव द्वारा नहीं ली गई है।एसडीएम की गई शिकायत
ग्राम के पंचों ने आरोप लगाते हुए बताया कि सरपंच पति अनिल रावतकर, सचिव दशरथ बर्वे और उपयंत्री की मिलीभगत से मनरेगा योजना के अंतर्गत ढंगवेल एवं खेत तालाब मीनाक्षी की खुदाई में भारी भ्रष्ट्राचार किया गया है। जिसकी सूक्ष्मता से जांच किए जाने, ग्रामीण मजदूरों द्वारा किए कार्यों के मस्टररोल की भी सूक्ष्मता से जांच की मांग की गई है।ग्रामीणों ने एसडीएम राजस्व को शिकायती पत्र में संबंधित विभाग से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्षजांच की जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
वर्सन
ग्रामीणों ने तालाब और ढंगवेल की खुदाई जेसीबी मशीन से करने की सूचना फोन पर मुझे दी थी। कुछ देर बाद जब मैंने जाकर देखा तब मशीन मुझे नजर नहीं आई।
दशरथ बर्वे, सचिव टेकाड़ी भ