जानकारी के अनुसार, आरोपी चोरी के ई-रिक्शा से बैटरियां निकालकर वाहन को खेतों में छोड़ देते थे। लंबे समय से यह गिरोह पुलिस की निगाह में था। इस अभियान में रोडवेज चौकी पर तैनात सिपाही बसंत लाल सैनी की भूमिका सराहनीय रही, जिन्होंने टीम के साथ लखीमपुर खीरी तक पहुंचकर चोरी के वाहनों को बरामद किया।
ऑटो संघ ने पुलिस को किया सम्मानित
इस सफलता पर ऑटो संघ के अध्यक्ष कृपा शंकर पाठक ने कोतवाली पहुंचकर कोतवाल शशि मौली पांडे और सिपाही बसंत लाल सैनी को फूल-मालाएं पहनाकर सम्मानित किया। मीडिया से बातचीत में पाठक ने कहा, “पहले चोरी के वाहनों का मिलना मुश्किल होता था, लेकिन इस बार रोडवेज चौकी की सजगता और सिपाही बसंत लाल सैनी की मेहनत ने एक मिसाल कायम की है।” वहीं, रोडवेज निवासी सामाजिक कार्यकर्ता एसके सत्येन ने भी पुलिस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा, “यह कार्यवाही पुलिस और जनता के बीच विश्वास को मजबूत करने वाला है। पहले चोरी की गई गाड़ियां बरामद नहीं होती थीं, लेकिन इस बार पुलिस ने लखीमपुर खीरी जाकर चोरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।”
पुलिस की सतत कार्रवाई और लगातार हो रहे खुलासों से जिले में अपराधियों के मन में भय का वातावरण बना है, वहीं आम नागरिकों में सुरक्षा की भावना प्रबल हुई है। आमजन और सामाजिक संगठनों की ओर से आजमगढ़ पुलिस को इस उपलब्धि के लिए बधाइयाँ दी जा रही हैं। जिला प्रशासन की कानून-व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्धता एक बार फिर सामने आई है।