Ayodhya Ram Temple Pran Pratishtha 2025: राम मंदिर परिसर में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 30 मई से शुरू हो जाएगा पूजन अर्चन का कार्यक्रम
अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की रूपरेखा बना रही लेकिन पूजन अर्चन का कार्यक्रम 30 मई से ही शुरू हो जाएगा।काशी व अयोध्या के 101 आचार्य प्राण प्रतिष्ठा कराएंगे। 30 मई को ही परकोटा के शिव मंदिर में शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा के लिए शिव वास जरूरी होता है। 30 मई को शिव वास रहेगा, जिसके चलते इसी दिन शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा कर ली जाएगी। इसके बाद 13 विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा गंगा दशहरा पर होगी।सात दिवसीय अनुष्ठान के क्रम में पंचांग पूजन, वेदी पूजन, यज्ञ मंडप पूजन, अग्नि स्थापना, जल यात्रा होगी। यज्ञ मंडपम पूजन से अनुष्ठान का शुभारंभ होगा। इसके बाद जलाधिवास, औषधिवास सहित अन्य अधिवास होंगे।संगमरमर के पत्थर का 2 फीट ऊंचा बना सिंहासन
वैदिक आचार्य विभिन्न मंत्रों का जप, वाल्मीकि रामायण का पाठ, चारों वेदों का पाठ, रामचरित मानस का पारायण सहित अन्य अनुष्ठान करते रहेंगे। मंदिरों में देव विग्रह की स्थापना के लिए संगमरमर के पत्थर के दो फीट ऊंचे सिंहासन भी बनाए गए हैं। इसी सिंहासन पर देव विग्रहों को प्रतिष्ठित किया जाएगा।Intelligent Traffic Management: अयोध्या में 47 करोड़ की लागत से इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू, जानिए इसकी विशेषता
इन देवी देवताओं की प्रतिमा की होगी प्राणप्रतिष्ठा
राम मंदिर परकोटा के छह मंदिर- गणपति, हनुमान, माता भगवती, माता अन्नपूर्णा, भगवान शिव, सूर्य देव, इसके अलावा सप्त मंडपम के सात मंदिर- महर्षि वशिष्ठ, वाल्मीकि, अगस्त्य, विश्वामित्र, अहिल्या, शबरी, निषादराजशेषावतार मंदिर में लक्ष्मण की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।