2 अगस्त को नहीं, 21 सितंबर को होगा ग्रहण
कई लोग सोच रहे थे कि 2 अगस्त को सूर्य ग्रहण होगा लेकिन वह ग्रहण 2027 में लगेगा। 2 अगस्त 2027 को जो सूर्य ग्रहण होगा जो लगभग 6 मिनट तक दिखाई देगा और वैज्ञानिकों के अनुसार यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना होगी। ऐसा सूर्य ग्रहण फिर अगले 100 वर्षों तक नहीं होगा इसलिए खगोलशास्त्री इसे लेकर अभी से चर्चा कर रहे हैं। लेकिन अगर हम 2025 की बात करें तो इस साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को ही लगेगा। यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा जो धार्मिक रूप से भी लोगों के लिए खास माना जा रहा है।
कहां-कहां दिखेगा यह सूर्य ग्रहण?
पंचांग के अनुसार, यह सूर्य ग्रहण 21 सितंबर की रात 11 बजे शुरू होगा और अगले दिन यानी 22 सितंबर को सुबह 3 बजकर 24 मिनट तक चलेगा। हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। यह सिर्फ अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फिजी, न्यूजीलैंड और अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में ही देखा जा सकेगा।
धार्मिक नहीं, ज्योतिषीय रूप से महत्वपूर्ण
क्योंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका धार्मिक महत्व नहीं माना जाएगा। यानी भारत में इसके लिए सूतक काल लागू नहीं होगा। लेकिन ज्योतिष के अनुसार इसका प्रभाव जरूर होगा क्योंकि यह सूर्य ग्रहण कन्या राशि और उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र में लगेगा। इसका असर कुछ राशियों पर देखने को मिल सकता है।
पितृ पक्ष की अमावस्या पर ग्रहण
ग्रहण का दिन इस बार सर्व पितृ अमावस्या भी है। इस दिन श्राद्ध, तर्पण और दान का विशेष महत्व होता है। माना जाता है कि इस दिन पितरों के लिए तर्पण और दान करने से वे तृप्त होते हैं और आशीर्वाद देते हैं।