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फिर होने वाली है इन 2 ग्रहों की विनाशकारी युति, 1989 में भारतीय राजनीति में मचाया था कोहराम

Mangal Ketu Yuti 2025: समय-समय पर ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं, और दूसरे ग्रहों के साथ युति बनाते हैं। कभी यह युति शुभ होती है तो कभी अशुभ। 7 जून को सिंह राशि में 2 ग्रह युति कर विनाशकारी योग बनाने वाले हैं। 1989 में ऐसी ही युति से भारतीय राजनीति में कोहराम मच गया था, आइये जानते हैं क्या होने वाला है।

भारतJun 05, 2025 / 06:20 pm

Pravin Pandey

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Mangal Ketu Yuti 2025 In Leo: मंगल केतु युति का प्रभाव (Photo Credit: Patrika Design)

Mars Ketu Conjunction : ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास के अनुसार सभी नौ ग्रहों का अपना स्वभाव और अलग-अलग कारक तत्व होते हैं। जिन जातकों की कुंडली में मंगल ग्रह शुभ भाव में होते हैं, वे लोग काफी बुद्धिमान, प्रतापी और ऊर्जावान होते हैं। लेकिन मंगल क्रूर ग्रहों के साथ युति बनाते हैं तो विनाशकारी योग बनता है।

अब 7 जून को मंगल सिंह राशि में प्रवेश करेंगे, जहां पहले से ही केतु विराजमान हैं। मंगल अग्नि तत्व के ग्रह हैं और केतु जो एक छाया ग्रह है दोनों की युति अग्नि तत्व की राशि सूर्य में होने बेहद विनाशकारी साबित होता है। यहीं मंगल और केतु की युति होगी और जब दो क्रूर ग्रहों की युति होती है तो कुंजकेतु योग बनता है। जो अशुभ होता है।


सिंह राशि में मंगल केतु युति से घटती है बड़ी घटनाएं (Mars Ketu Conjunction)


डॉ. अनीष व्यास के अनुसार वैदिक ज्योतिष में मंगल को पराक्रम, साहस, शक्ति और ऊर्जा का कारक ग्रह बताया गया है, जबकि केतु मोक्ष, वैराग्य और आध्यात्म का कारक ग्रह है। जब भी मंगल और केतु सिंह राशि से गोचर करते हैं जो भी घटनाएं होंगी वो अपने आप में स्पेशल होगी।


भारत के चौथे घर में बनेगा कुंजकेतु योग, 1989 में घटी थी ऐसी घटना (Kunj Ketu Created Havoc In Indian Politics In 1989)


मंगल और केतु भारत की कुंडली के फोर्थ हाउस में आने वाले हैं। एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन अग्नि तत्व इस समय में भारतवर्ष की कुंडली में शांति और स्थिरता को प्रभावित कर सकते हैं।

आखिरी बार अगस्त 1989 में मंगल और केतु सिंह राशि में इकट्ठे हुए थे, उस समय में तत्कालीन प्रधानमंत्री जो वी.पी सिंह थे उस समय की राजनीति में एक भूकंप ला दिया था। इस घटना ने पूरे के पूरे आने वाली हिस्ट्री को बदल के रख दिया था। यही घटना थी जिसने 1990 में कश्मीरी पंडितों के विस्थापन वाली जो हृदय विदारक घटना थी उसको भी जन्म दिया था।


51 दिन हैं विशेष (Mars Ketu Yuti For 51 Days)

7 जून से लेकर 28 जुलाई 2025 के बीच में मंगल और केतु यह सिंह राशि से गोचर करने वाले हैं और इस बार यह समय है 51 दिन का। यह 51 दिन है इनमें जो भी घटनाएं होंगी वो अपने आप में स्पेशल होंगी।

इन दिनों में जो भी कुछ घटनाक्रम होंगे कई बार वो बीज का काम करेंगे जिसकी फसल आने वाला समय काटेगा और ये फसल भी बड़ी महत्वपूर्ण होगी। ये हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाने वाले समय बनेंगे।
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बढ़ेंगी भूकंप और प्राकृतिक आपदा (Mangal Ketu Yuti Effect On Weather)

भविष्यवक्ता डॉ. अनीष व्यास के अनुसार प्राकृतिक आपदा के साथ अग्निकांड भूकंप गैस दुर्घटना वायुयान दुर्घटना होने की आशंका रहती है। इस समय अन्य दुर्घटना होने की आशंका रहती है, देश के कुछ हिस्सों में हवा के साथ बारिश रहेगी। भूकंप या अन्य तरह से प्राकृतिक आपदा आने की भी आशंका है। जनजीवन सामान्य होगा।


मौसम बदलेगा और बारिश अच्छी होगी (Mangal Ketu Yuti Effect On Rain)


सिंह राशि में मंगल केतु युति से मौसम में बदलाव आएगा और बारिश अच्छी होगी। वैज्ञानिकों को सफलता मिलेगी तथा बीमारियों के इलाज में सफलता प्राप्त होगी। लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा।

रोजगार के क्षेत्रों में वृद्धि होगी। आय में बढ़ोतरी होगी। देश की अर्थव्यवस्था के लिए शुभ रहेगा। व्यापार में तेजी रहेगी। सोने चांदी के भाव में वृद्धि होगी। राजनीति में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
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पूजा-पाठ और दान करें (Puja Dan)


कुंडली विश्लेषक डॉ. अनीष व्यास के अनुसार मंगल के अशुभ असर से बचने के लिए हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए। लाल चंदन या सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए। तांबे के बर्तन में गेहूं रखकर दान करने चाहिए। लाल कपड़ों का दान करें। मसूर की दाल का दान करें। शहद खाकर घर से निकलें। हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। मंगलवार को बंदरों को गुड़ और चने खिलाएं।

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