उन्नयन के बाद नहीं मिल पाया भवन
ये सभी विद्यालयों के बीते कुछ वर्षों में अपग्रेड हुए हैं। उन्नयन के बाद विभाग ने यहां भवन निर्माण करने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया। हालत यह है कि वर्ष 2006 से लेकर 2018 तक हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी में विद्यालयों का उन्नयन किया गया लेकिन आज भी इनका संचालन मिडिल स्कूल और हाई स्कूल के पुराने भवनों में किया जा रहा है। उन्नयन के पश्चात यहां विद्यालय भवन स्वीकृत किए जाने को लेकर के विद्यालय प्राचार्य के साथ ही स्थानीय अभिभावकों और जनप्रतिनिधियों ने भी पत्राचार करते हुए आदिवासी विकास विभाग के अधिकारियों से मांग की। इसके बावजूद यहां आज तक भवन स्वीकृत नहीं हो पाया।
अव्यवस्था के बीच कक्षा का संचालन
भवन विहीन 23 हाई स्कूल और तीन हायर सेकंडरी विद्यालय का संचालन माध्यमिक एवं हाई स्कूल के पुराने भवनों में किया जा रहा है जहां पर पहले से ही बच्चों के बैठने के लिए जगह नहीं थी। नई कक्षाओं का संचालन होने के कारण यह परेशानी और भी बढ़ गई। अव्यवस्था के बीच यहां छात्र-छात्राओं को बैठने की मजबूरी बनी हुई है। बैठने की बेहतर व्यवस्था न होने से बच्चों का यहां पढ़ाई में भी मन नहीं लग पाता है। यही कारण है कि बीते कुछ वर्षों में इनमें से कुछ स्कूलों का परिणाम आशा के अनुरूप नहीं रहा है। जो भी विद्यालय भवन विहीन हंै उनके निर्माण के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। प्रयास यही रहेगा कि जल्द से जल्द उनकी स्वीकृति मिले और इसका कार्य प्रारंभ किया जाए। हर्षल पंचोली, कलेक्टर अनूपपुर