चार दिन पहले दिल्ली से घर आया था अश्विनी
मूल रूप से नौगावां सादात के खंडसाल कलां गांव निवासी राम अवतार सिंह कुछ साल पहले अपने परिवार के साथ अमरोहा की आवास विकास कॉलोनी में शिफ्ट हुए थे। उनका बेटा अश्विनी दिल्ली के मुखर्जी नगर में रहकर CA की पढ़ाई कर रहा था। चार दिन पहले ही वह घर लौटा था। सोमवार को राम अवतार सिंह, उनकी पत्नी किरण देवी और बेटी अलका मेरठ दवा लेने गए थे। घर पर अश्विनी अकेला था।
बहन ने देखा भाई का शव, चीखते हुए माता-पिता को दी जानकारी
रात 11 बजे परिवार के लौटने पर माता-पिता ने थकान की बात कहकर बेटी अलका से कहा कि वह भाई को देख ले। अलका जब अश्विनी के कमरे में पहुंची, तो दरवाजा खुला मिला। अंदर जाकर देखा कि अश्विनी खून से लथपथ बेड पर पड़ा है और कमरे में खून फैला हुआ है। वह चीखती हुई माता-पिता के पास भागी और घटना की जानकारी दी। बेटे की मौत की खबर सुनते ही मां बेहोश हो गईं।
अस्पताल ले गए, लेकिन नहीं बची जान
पड़ोसियों की मदद से अश्विनी को आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। सीओ शक्ति सिंह ने बताया कि फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं। कमरे में लूटपाट का कोई निशान नहीं मिला है और न ही कोई सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जांच के घेरे में मोबाइल और CCTV
पुलिस ने अश्विनी के मोबाइल की कॉल डिटेल और चैट्स की जांच शुरू कर दी है। घर में लगे CCTV कैमरों की DVR भी जब्त कर ली गई है ताकि दिनभर की गतिविधियों की जानकारी मिल सके। परिजन और पुलिस आत्महत्या के कारणों की तलाश में जुटे हुए हैं।