कांवड़ यात्रा के चलते लिया गया निर्णय
हर साल की तरह इस बार भी सावन में उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से लाखों कांवड़िए गंगा जल लेने के लिए बृजघाट और हरिद्वार की ओर रुख कर रहे हैं। अमरोहा जिले के बृजघाट स्थित गंगा घाट से हजारों की संख्या में कांवड़िए जल भरकर बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, संभल और अमरोहा की ओर लौट रहे हैं। इसके अलावा हरिद्वार से भी कांवड़िए अमरोहा की सीमा से होकर गुजरते हैं, जिससे जिले में यातायात और सुरक्षा व्यवस्था पर असर पड़ता है।
पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर, हाईवे पर रूट डायवर्जन
सावन के दूसरे सोमवार और आगामी शिवरात्रि पर्व को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। नेशनल हाईवे समेत कई प्रमुख मार्गों पर रूट डायवर्जन लागू कर दिया गया है ताकि कांवड़ यात्रा के दौरान कोई भी अव्यवस्था न हो। डीएम निधि गुप्ता ने अपने आदेश में कहा है कि भारी भीड़, ट्रैफिक डाइवर्जन और सुरक्षा कारणों से स्कूल-कॉलेजों को बंद करना आवश्यक हो गया है। इस दौरान जिले के सभी प्राइवेट और सरकारी शैक्षणिक संस्थान पूर्ण रूप से बंद रहेंगे।
जनता से सहयोग की अपील
प्रशासन ने आम जनता से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि शिवभक्तों की आस्था और सुरक्षा दोनों प्राथमिकता में हैं, इसलिए आम नागरिक भी रूट डायवर्जन और सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करें। स्कूल-कॉलेजों की छुट्टी से छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को होने वाली असुविधा को देखते हुए प्रशासन ने पहले ही सूचना जारी कर दी है।
यात्रा चरम पर, प्रशासन की बड़ी चुनौती
हर साल की तरह इस बार भी अमरोहा में कांवड़ यात्रा का प्रभाव साफ नजर आ रहा है। बड़ी संख्या में शिवभक्तों के आने-जाने से जहां आस्था का माहौल है, वहीं ट्रैफिक और सुरक्षा व्यवस्था भी प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। स्कूल-कॉलेजों की छुट्टी का निर्णय इस चुनौती को कम करने की दिशा में उठाया गया अहम कदम माना जा रहा है।