दो महीने से चल रहा था उत्पीड़न
जानकारी के अनुसार, गांव निवासी एक किसान की बेटी पिछले दो महीने से स्कूल में संविदा शिक्षक विवेक चीमा द्वारा प्रताड़ित की जा रही थी। शिक्षक उस छात्रा के साथ-साथ अन्य छात्राओं से भी छेड़खानी करता था। परेशान होकर पीड़िता ने दो अन्य छात्राओं के साथ मिलकर इस व्यवहार की शिकायत कक्षा अध्यापिका से की।
स्कूल प्रबंधन को दी गई शिकायत
इसके बाद कक्षा अध्यापिका छात्राओं को लेकर स्कूल के प्रधानाचार्य के पास पहुंचीं और पूरी घटना से अवगत कराया। प्रधानाचार्य ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक विवेक चीमा को फटकारा और उसे सज़ा दी।
बदला लेने के इरादे से किया हमला
इसी बात से नाराज़ आरोपी शिक्षक ने 19 अप्रैल को छात्रा को स्कूल के पीछे एकांत में बुलाया। वहां उसने पहले छात्रा से दुर्व्यवहार किया और फिर गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की। हमले के बाद छात्रा की आवाज चली गई और वह मानसिक रूप से भी सदमे में चली गई।
घर पहुंची तो हालत थी गंभीर
घटना के बाद जब छात्रा छुट्टी के बाद घर पहुंची, तो वह बदहवास थी और कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थी। परिजन उसे तुरंत मुरादाबाद के एक अस्पताल में लेकर गए, जहां कई दिनों तक इलाज चलने के बाद उसे होश आया। होश में आने के बाद छात्रा ने अपने साथ हुए अत्याचार की पूरी कहानी सुनाई।
आरोपी शिक्षक पर दर्ज हुआ मामला
छात्रा के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक विवेक चीमा के खिलाफ छेड़खानी, हत्या की कोशिश और एससी-एसटी एक्ट की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस तलाश में जुटी
वहीं, कॉलेज प्रबंधन ने भी आरोपी को तत्काल प्रभाव से स्कूल से निष्कासित कर दिया है। फिलहाल आरोपी फरार बताया जा रहा है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।