सफेद कार में पहुंचे पांच पुलिसकर्मी
पीड़ित कैंटीन संचालक साकिब के मुताबिक, शुक्रवार देर शाम एक सफेद रंग की कार में सिविल ड्रेस पहने पांच पुलिसकर्मी कैंटीन पर पहुंचे। सभी पुलिसकर्मी नशे की हालत में थे। आरोप है कि उन्होंने थाने का “महीना” मांगा।
कोई गलत काम नहीं करता, तो क्यों दूं महीना
साकिब ने बताया कि उसने पुलिसकर्मियों से साफ कह दिया कि वह कोई गलत काम नहीं करता, इसलिए किसी तरह का महीना नहीं देगा। यह सुनते ही पुलिसकर्मी आगबबूला हो गए और लात-घूंसों से उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। मारपीट के दौरान साकिब की आंख फूटने से बाल-बाल बच गई।
पिता को कुचलने की भी कोशिश
आरोप है कि मारपीट के बाद पुलिसकर्मियों ने अपनी कार से साकिब के पिता शमसुद्दीन को कुचलने की भी कोशिश की। इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई।
पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा विधायक मौके पर पहुंचे
घटना की जानकारी मिलते ही सकरपुर गांव के रहने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा विधायक महबूब अली मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और सीधे पुलिस कप्तान से बातचीत कर आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
एसपी ने दिए तत्काल कार्रवाई के आदेश
एसपी अमित कुमार आनंद ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए। बीती रात जांच रिपोर्ट आने के बाद सिपाही राहुल भाटी और विजय को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं, एसएसआई रजबपुर आकाश कुमार, सिपाही राहुल राणा और दीपक तोमर को लाइन हाजिर कर दिया गया।
विस्तृत जांच जारी
एसपी ने बताया कि दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले की विस्तृत जांच के लिए सीओ लाइन को जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिस विभाग ने भरोसा दिलाया है कि ऐसे मामलों में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।