VIDEO: भीषण गर्मी में उपलों की आग के बीच साधना, श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
अलवर जिले के गोलाकाबास क्षेत्र के धीरोड़ा गांव स्थित श्री हरि गोपाल गौशाला पंचवटी आश्रम में चल रही 21 दिवसीय पंचधूणी तपस्या का समापन हो गया। हर वर्ष की भांति इस बार भी संत जसवंत नाथ ने भीषण गर्मी और तेज धूप के बीच खुले आसमान के नीचे उपलों की चारों धूणियों के बीच बैठकर तप किया।
अलवर जिले के गोलाकाबास क्षेत्र के धीरोड़ा गांव स्थित श्री हरि गोपाल गौशाला पंचवटी आश्रम में चल रही 21 दिवसीय पंचधूणी तपस्या का समापन हो गया। हर वर्ष की भांति इस बार भी संत जसवंत नाथ ने भीषण गर्मी और तेज धूप के बीच खुले आसमान के नीचे उपलों की चारों धूणियों के बीच बैठकर तप किया।
भीषण गर्मी में साधना करते हुए साधू प्रदीप कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि संत जसवंत नाथ पिछले चार वर्षों से हरियाणा से आकर अलवर में यह कठोर साधना करते हैं। तप के दौरान वे रोज़ाना घंटों तक जलती धूणियों के मध्य ध्यान और साधना करते हैं, जिसे पंचधूणी तप कहा जाता है। संत ने सोमवार को 21वें दिन तप का विधिवत विसर्जन किया।
तपस्या के दौरान आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिला-पुरुष आश्रम पहुंचे और संत के दर्शन कर चारों ओर परिक्रमा कर पुण्य लाभ अर्जित किया। लोगों ने कहा कि यह तपस्या न केवल संत की अध्यात्म साधना का प्रतीक है, बल्कि क्षेत्र के लोगों के लिए भी आस्था, श्रद्धा और आध्यात्मिक प्रेरणा का केंद्र बन गई है।