इन मापदंड़ों के अनुसार होता है इंस्पेक्शन सरकारी और निजी कॉलेज-विश्वविद्यालय में नैक इंस्पेक्शन के लिए तय किए गए मापदंड़ों के बाद ही दौरा किया जाता है। इन शिक्षण संस्थानों में नैक के लिए पाठ्यक्रम संबंधी पहलू, शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया, शोध, विस्तार, बुनियादी ढांचा और सीखने के संसाधन, छात्र सहायता और प्रगति और शासन, नेतृत्व और प्रबंधन होना आवश्यक हैं। इन मापदंडों का उपयोग उच्च शिक्षा संस्थानों का मूल्यांकन और मान्यता देने के लिए किया जाता है। उसके बाद नैक टीम की ओर से कॉलेज-विश्वविद्यालय में भौतिक सत्यापन किया जाता है। निरीक्षण के बाद इनको ग्रेडिंग दी जाती हैं, जो तय करती है कि कॉलेज-विश्वविद्यालय किस लेवल की पढ़ाई हो रही है।
नैक मान्यता के ये मिलते हैं लाभ नैक से मान्यता प्राप्त कॉलेज-विश्वविद्यालयों को सरकारी फंड और योजनाओं के लिए पात्र हो सकते हैं। ये संस्थान उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए जाने जाते हैं, जिससे उनकी प्रतिष्ठा बढ़ती है और छात्रों का विश्वास बढ़ता है। इसके साथ ही नैक मान्यता प्राप्त कॉलेज-विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त होते हैं, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग करने का अवसर मिलता है। इसके साथ-साथ ही शिक्षा और अनुसंधान की गुणवत्ता में सुधार होता।
कितने कॉलेज व विवि बीएड कॉलेज- 69 इंटीग्रेटेड कॉलेज- 19 डिग्री कॉलेज- 114 सरकारी विश्वविद्यालय – 1 निजी विश्वविद्यालय – 2