उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान की बात तो करती है, लेकिन उसकी नीतियां और कार्यप्रणाली संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ हैं। डोटासरा ने कहा कि 2014 में सत्ता में आने पर भाजपा ने किसानों की आय दोगुनी करने और बेरोजगारों को रोजगार देने जैसे बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन ये सभी वादे खोखले साबित हुए।
नेताओं के दल बदलने पर कसा तंज
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर विभाग और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का दुरुपयोग कर रही है। डोटासरा ने तंज कसते हुए कहा कि जो विपक्षी नेता भाजपा में शामिल हो जाता है, उसके खिलाफ सारी कार्रवाइयां रुक जाती हैं। ये भाजपा वाले कौन से हरिश्चंद्र पैदा हुए हैं? विपक्षी नेता भाजपा में जाते ही हरिश्चंद्र बन जाते हैं। उन्होंने राजस्थान की भजनलाल सरकार पर भी हमला बोला। डोटासरा ने दावा किया कि मुख्यमंत्री के पास कोई स्वतंत्र निर्णय लेने की क्षमता नहीं है। डोटासरा ने कहा कि दिल्ली से पर्ची पर चलने वाली यह सरकार जनता के हितों को नजरअंदाज कर रही है। पंचायत और नगर निकाय चुनाव नहीं कराए जा रहे, जिससे राजस्थान के हालात बदतर हो रहे हैं।
स्मार्ट मीटर पर भी सवाल उठाए
उन्होंने स्मार्ट मीटर योजना पर भी सवाल उठाए, पूछा कि क्या इन मीटर्स से किसानों को पूरे दिन और रात बिजली मिलेगी। डोटासरा ने कहा कि पहले मीटर रिचार्ज करो, फिर बिजली मिलेगी। यह सरकार जनता का शोषण कर रही है।
डोनाल्ड ट्रम्प के बहाने पीएम पर तंज
केंद्र सरकार की विदेश नीति पर भी डोटासरा ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सेना के हाथ बंधे हुए हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कहने पर युद्ध विराम जैसे फैसले लिए जा रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को देश की आन-बान-शान की रक्षा के लिए चुना गया है, न कि व्यापार करने के लिए। डोटासरा ने सरकार के मंत्रियों पर भी बड़ी-बड़ी बातें करने लेकिन कोई ठोस काम न करने का आरोप लगाया। वहीं, संविधान बचाओ रैली में डोटासरा ने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर भाजपा की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और जनता के हितों के लिए संघर्ष जारी रखेगी।