यह मामलापुलिस के अनुसार 11 जून की रात वन्यजीव गणना के लिए महिला वनकर्मी की ड्यूटी वॉटरहोल पॉइंट पर लगाई गई थी। महिला कर्मी ने रेंजर से कहा कि वह रात को अकेली ड्यूटी नहीं कर सकती। महिला वनकर्मी का आरोप है कि रेंजर ने कहा कि वह उसके कमरे में आकर सो जा, तेरी ड्यूटी किसी और को दे दूंगा। महिला वनकर्मी ने आरोप लगाया कि रेंजर ने पद का दुरुपयोग करते हुए उस पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया। इसके बाद उसने अपने परिजनों को मौके पर बुला लिया। जब परिजन रेंजर से इस बारे में बात करने पहुंचे तो रेंजर ने उनकी बाइक के प्लग निकाल दिए और सरकारी गाड़ी गेट पर खड़ी कर दी, जिससे वे बाहर नहीं निकल सके। महिला वनकर्मी ने बताया कि उसने अगली सुबह एसीएफ को भी इसकी सूचना दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं दूसरी ओर घाटा बांदरोल रेंज से रेंजर ने महिला वनरक्षक व उसके परिजनों पर एफआईआर दर्ज कराई है कि महिला वनकर्मी व उसके दो परिजन सहित तीनों ने गणना के दौरान मौके पर पहुंचकर वीडियो बनाया। शोर-शराबा किया और अभद्रता करते हुए धमकी दी। वॉटरहोल पर जाकर बैठ गए। जिससे वन्यजीवों की गणना प्रभावित हुई है। रेंजर ने यह भी कहा कि रात की गणना में महिला वनकर्मी के साथ महिला वॉलिंटियर तैनात थीं और अन्य महिला कर्मचारियों ने भी रात्रि ड्यूटी की थी।
जांच के निर्देश दे दिएमहिला वनरक्षक की ओर से परिजनों को बुला हंगामा कर रेंजर से अभद्रता व वन्यजीव गणना को प्रभावित कर राजकार्य में बाधा व मारने की धमकी देने को लेकर गुरुवार सुबह पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। महिला वनकर्मी की ओर से विभाग को कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है, लेकिन सोशल मीडिया से मिली जानकारी के आधार पर महिला उत्पीड़न जांच समिति को जांच के निर्देश दिए गए हैं।
राजेन्द्र कुमार हुड्डा, डीएफओ , वन विभाग, अलवर।